सोनिया की बात टाल नहीं सके डीके,सिद्धारमैया होंगे कर्नाटक के नए सीएम डिप्टी सीएम का पद संभालेंगे डीके शिवकुमार

Karnataka Chief Minister

कर्नाटक में कौन बनेगा मुख्यमंत्री यह सवाल अब सुलझ गया है। मुख्यमंत्री पद के लिए लगातार चले मंथन और मानमनोव्वल के बाद आखिरकार सिद्धारमैया ने बाजी जीत ली है। कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धारमैया को कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। इसके साथ ही डीके शिवकुमार राज्य के डिप्टी सीएम होंगे। उन्होंने भी हामी भर दी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर आम सहमति पर पहुंच गए हैं।

विधायक दल की बैठक में होगा एलान

कांग्रेस ने गुरुवार की शाम को बेंगलुरु में पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें पार्टी की ओर से केंद्रीय पर्यवेक्षक भी मौजूद रहेंगे। कांग्रेस की ओर से राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया जा चुका है। पहले ईमेल के जरिए इसकी राजभवन को दी गई। अब राजभवन को पत्र भी भेजा जा रहा है। वहीं कर्नाटक के लिए कांग्रेस के तीनों ऑब्जर्वर सुशील कुमार शिंदे, दीपक बावरिया और भंवर जितेंद्र सिंह भी विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे।

शपथ ग्रहण समारोह 20 मई को

कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री और मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 20 मई को होगा। दोपहर 12.30 बजे बेंगलुरु में इसके लिए भव्य आयोजन किया जाएगा। पार्टी के मुताबिक पहले शपथ ग्रहण 18 तारीख को ही होना था लेकिन पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले मिली इस सफलतो भव्य आयोजन के रुप में मनाना चाहती है। ऐसे में कांग्रेस गांधी परिवार समेत सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं को आमंत्रित करना चाहती है। इसलिए शपथ ग्रहण समारोह 20 मई को होगा। क्योंकि 19 तारीख को अमावस्या है। इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने बेंगलुरु के श्री कांटीराव आउटडोर स्टेडियम का निरीक्षण किया। यही पर कर्नाटक की नई सरकार शपथ ग्रहण करेगी।

सोनिया की बात को टाल न सके डीके

कांग्रेस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक चुप्पी साधे हुई थी। लेकिन मामला लंबा खिचता देख उन्होंने देर रात डीके से बात की। इसके बाद ही आखिर में डीके डिप्टी सीएम पद के लिए राजी हो गए। बताया जा रहा है कि इस संबंध में आधिकारिक घोषणा अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे। इससे पहले बुधवार को ऐसी खबरें आई थीं कि डीके की डिप्टी सीएम, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और दोनों मंत्रालयों से सहमत हैं। आलाकमान सिद्धारमैया को सीएम बनाना चाहता था। फिर खबर आई कि वे किसी बात पर राजी नहीं हुए। डीके ने खड़गे से साफ कहा कि अगर आप उन्हें सीएम बनाना चाहते हैं तो सीएम बनाइए। वे डिप्टी सीएम नहीं बनेंगे। इस तरह सुबह से दिल्ली में लिखी जा रही कर्नाटक सरकार की पटकथा घंटे दर घंटे बदलती रही। डीके ने आलाकमान से कहा कि वे लोकसभा में 20 से 22 सीटें जीत सकते हैं। डीके ने बुधवार सुबह खड़गे और राहुल गांधी के साथ बैठक की थी। लेकिन आम सहमति नहीं बन सकी। बेंगलुरु में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों पर रोक लगा दी गईं थी। इससे पहले डीके ने कहा था कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सीएम बनाया जाता है तो वह उनके नेतृत्व में काम करने को तैयार हैं।

सुबह से शाम तक हर घंटे कहानी बदल रही

कर्नाटक की नई सरकार को लेकर कांग्रेस उत्साहित थी, लेकिन कौन बनेगा सीएम इस सवाल को लेकर उलझती गई। सिद्धारमैया ने बुधवार रात करीब 10 बजे दिल्ली में कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला से उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं ने मौजूदा हालात पर चर्चा की। राहुल गांधी ने भी बुधवार रात सिद्ध-डीके से दूसरी मुलाकात की। इसमें खड़गे भी मौजूद थे। अंदर क्या हुआ पता नहीं, लेकिन बैठक के बाद डीके ने बेंगलुरु में समर्थकों को बुलाकर गुरुवार को दिल्ली आने को कहा गया था। डीके शिवकुमार दिल्ली में अपने समर्थकों के साथ बैठक करते रहे। समर्थकों से उनकी राय मांगी जाती रही, क्योंकि उन्हें सरकार बनने के बाद मंत्रालयों के साथ तालमेल बिठाना होगा। हालांकि, सूत्र ने पुष्टि की कि डीके किसी भी परिस्थिति में बगावत नहीं करेंगे। वे अपनी कुछ शर्तों के साथ अगले दो से तीन घंटे में सिद्धारमैया के नाम पर सहमत हो सकते हैं। बाद में कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला मीडिया के सामने आए और कहा कि 48 से 72 घंटे में कैबिनेट का गठन हो जाएगा। अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इसी बीच खबर आई कि अब डीके शिवकुमार को मनाने की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को दे दी गई है। वह शाम को डीके से बात करेंगी। बाद में कर्नाटक रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया को बताया कि आलाकमान की निगरानी में मुख्यमंत्री तय करने के लिए बातचीत चल रही है। जो भी निर्णय लिया जाएगा वह मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा घोषित किया जाएगा। बाद में जब सोनिया गांधी ने डीके से बात की तो मामला सुलझ गया।

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