भारत जोड़ो न्याय यात्रा: क्या मुरादाबाद में पूरी होगी राहुल की मुराद …पश्चिम यूपी की इन 27 सीटों पर I.N.D.I.A की नजर

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लोकसभा चुनाव से पहले भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए राहुल गांधी कांग्रेस के पक्ष में चुनावी माहौल बनाने की कोशिशों में जुटे हैं। यह यात्रा इस समय उत्तरप्रदेश के विभिन्न जिलों खासतौर पर पश्चिमी यूपी में घूम रही है। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। जिनमें से 27 सीट इसी ​पश्चिमी यूपी में शामिल हैं। ऐसे में कांग्रेस यहां पूरी ताकत लगा रही है। इस यात्रा में राहुल गांधी का साथ देने के लिए बहन प्रियंका गांधी भी मैदान में आ गई हैं। पश्चिम यूपी के मुरादाबाद में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। दोनों ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरूआत की। राहुल और प्रियंका दोनों भाई-बहन शनिवार को एक बार फिर कांग्रेस की यात्रा में एक साथ नजर आए। मुरादाबाद पहुंचने पर राहुल गांधी और प्रियंका का उत्साहित लोगों ने जोरदार स्वागत किया।

अखिलेश यात्रा भी होंगे यात्रा में शामिल

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मुरादाबाद से अमरोहा और संभल के साथ बुलंदशहर, अलीगढ़ और हाथरस के बाद आगरा होते हुए फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट तक की यात्रा एक साथ करेंगे। वहीं राहुल और प्रियंका गांधी के साथ सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव 25 फरवरी को आगरा में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में नजर आएंगे।

5 मार्च को बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे राहुल गांधी

कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने आगे का रोडमैप बताते हुए कहा यात्रा आगरा पहुंचेगी। जहां उम्मीद है कि अखिलेश यादव भी साथ होंगे। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के चलते 26 फरवरी से 1 मार्च तक दिल्ली में पार्टी की बैठकों के चलते ब्रेक होगा। इसके बाद राहुल गांधी 27 और 28 फरवरी को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी का भी कार्यक्रम है। ऐसे में यात्रा 2 मार्च को फिर से राजस्थान के धौलपुर से प्रस्थान करेगी। इसके बाद 5 मार्च को राहुल गांधी मध्यप्रदेश के उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे।

पश्चिम यूपी की 27 सीटों का सियासी समीकरण

उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों में से 27 सीट पश्चिमी यूपी में शामिल हैं। 2019 के आम चुनाव में इनमें से 8 सीटों पर गठबंधन को जीत हासिल हुई थी। जबकि 19 सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। वहीं सपा और बसपा ने चार चार सीट जीतने में कामयाबी हासिल की थी। खास तौर पर मुरादाबाद मंडल में लोकसभा इन सीटों पर गठबंधन का जादू छाया रहा था। मुरादाबाद और रामपुर के साथ संभल में सपा का झंडा लहराया था। वहीं अमरोहा में बीएसपी के दानिश अली ने जीत हासिल की थी। उधर सहारनपुर में भी बसपा को जीत मिली थी। बिजनौर और नगीना लोकसभा सीट पर भी बसपा जीत हासिल करने में कामयाब रही थी।

जयंत चौधरी को मिली थी इस सीट पर हार

इसके अलावा पश्चिमी यूपी के तीन सीट मुजफ्फरनगर, कैराना और बागपत ऐसी थीं जिन पर सबकी नजरें टिकी हुई थीं। बता दें मुजफ्फरनगर से तत्कालीन आरएलडी प्रमुख अजीत सिंह को चुनाव मैदान में हार का सामना करना पड़ा था। जबकि बागपत से उनके बेटे और उस समय आरएलडी के उपाध्यक्ष रहे जयंत चौधरी को भी हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा कैराना लोकसभा सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की ​थी। सहारनपुर में बीएसपी के हाजी फजलुर्रहमान जीते तो बिजनौर सीट से बीएसपी के मलूक नागर ने जीत दर्ज की। नगीना से बीएसपी के गिरीश चंद्रा को चुनाव में जीत मिली। अमरोहा की बात करें तो 2019 में बीएसपी के कुंवर दानिश अली चुनाव जीते। मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी के एसटी हसन ने जीत दर्ज की। रामपुर से सपा के टिकट पर आजम खान ने चुनावी बाजी मारी और संभल सीट से भी सपा के शफीकुर्रहमान बर्क जीते। उधर मैनपुरी में भी सपा संरक्षक स्वार्गीय मुलायम सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी।

पश्चिमी यूपी की इन सीटों पर मिली बीजेपी को जीत

2019 के चुनाव में पश्चिम यूपी की 19 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। जिनमें मुजफ्फरनगर से संजीव बालियान, गाजियाबाद से वीके सिंह, बुलंदशहर से भोला सिंह, अलीगढ़ से सतीश गौतम, हाथरस से राजवीर दिलेर, मथुरा से हेमा मालिनी, आगरा से एसपी सिंह बघेल, फतेहपुर सीकरी से राजकुमार चाहर, बरेली से संतोष गंगवार, पीलीभीत से वरुण गांधी, शाहजहांपुर से अरुण कुमार सागर, कैराना से प्रदीप कुमार, मेरठ से राजेंद्र अग्रवार, बागपत से सत्यपाल सिंह, गौतमबुद्धनगर से महेश शर्मा, फिरोजाबाद से चंद्रसेन जादौन, एटा सीट से राजवीर सिंह, बदायूं से संघमित्रा मौर्या और आंवला सीट से बीजेपी के धर्मेंद्र कश्यप चुनाव जीते थे।

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