असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दशहरा का उत्साह और उल्लास देश भर में देखा जा रहा है। इस पर्व को विजयदशमी भी कहा जाता है। दशहरा का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाते हैं। नवरात्रि की नवमी के अगले दशहरे का पर्व आता है। भारत में आज के दिन बुराई के प्रतीक रावण और मेघनाथ के साथ कुंभकरण के बड़े बड़े पुतलों का दहन किया जाता है। देश भर में दशहरा के त्योहार पर उल्लास तो रहता ही साथ ही काफी धूमधाम से भी त्यौहार मनाया जाता है। लेकिन कुछ शहर ऐसे भी हैं देश में जहां इस त्योहार को वृहदस्तर पर और नए अंदाज में मनाया जाता है।
- देश भर में दशहरा त्यौहार का उत्साह
- दशहरा है असत्य पर सत्य की जीत का पर्व
- दशहरा का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक है
- रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन
- धूमधाम से मनाया जाता है देश भर में दशहरा
- संघ ने दशहरे पर मनाया स्थापना दिवस
संघ ने दशहरे पर मनाया स्थापना दिवस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज विजयादशमी के मौके पर अपनी स्थापना दिवस मना रहा है। RSS के प्रमुख शाखा नागपुर के रेशमीबाग में संघ कार्यकर्ताओं को संघ प्रमुख सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत ने संबोधित किया। कार्यक्रम के अवसर पर मंच पर प्रमुख अतिथि के तौर पर पद्मश्री शंकर महादेवन और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले मौजूद रहे। दशहरा के मौके पर आरएसएस की ओर से शस्त्र पूजन की परंपरा है। जिसे निभाया गया। परंपरा को नागपुर में निभाया। बता दें नागपुर में 1925 को दशहरे के दिन ही आरएसएस की स्थापना हुई थी। डॉ.केशव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी। इसके बाद से इस दिन देश भर में संघ पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन करता है। ऐसे में इस बार भी विजयदशमी के अवसर पर संघ मुख्याल नागपुर में स्थापना दिवस के साथ शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोतिज किया गया।
कुछ लोग नहीं चाहते भारत तरक्की करे—संघ प्रमुख भागवत
इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा भारत का एक स्थान दुनिया के महत्वपूर्ण देशों में बन गया है। भारत के खिलाड़ियों ने इस बार एशियाई खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 107 पदक जीते। हमारा भारत देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। आर्थिक क्षेत्र में भी भारत 10वें नंबर से उठकर 5वें नंबर पर आ गया है। सिर्फ तकनीक में नहीं भारत कृषि और दूसरे क्षेत्रों में भी आगे बढ़ रहा है। संघ प्रमुख भागवत ने आगे कहा भारत में काफी विविधताएं हैं। विविधता में एकता कैसे आएगी। इसका कोई आधार नहीं है। उन्होंने जंग पर बात करते हुए कहा कट्टरपन के चलते उन्माद पैदा होता है। युद्ध चलते हैं। उसका कोई उपाय नजर नहीं आता। भारत देश आगे बढ़ रहा है। आत्मविश्वास बढ़ रहा है। संघ प्रमुख ने कहा दुनिया को रास्ता दिखाना है तो हमें किसी की नकल नहीं करना है। दुनिया को रास्ता दिखाने के लिए हमें अपना रास्ता बना होगा। संघ प्रमुख ने कहा कि भारत में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो नहीं चाहते कि भारत खड़ा हो। आत्मनिर्भर बने। यह लोग अलगाव और टकराव कैसे पैदा हो ऐसा प्रयास करते हैं। संघ प्रमुख ने कहा कि भारत के उत्थान का उद्देश्य सदैव विश्व का कल्याण रहा है। लेकिन कुछ स्वार्थी, भेदभावपूर्ण और धोखेबाज ताकतें अपने सांप्रदायिक हितों की तलाश में सामाजिक एकता को बाधित करने ही नहीं इसके लिए संघर्ष को बढ़ावा देने का भी प्रयास कर रहीं हैं।
विजयदशमी पर पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
पीएम नरेन्द्र मोदी ने आज मंगलवार को विजयादशमी के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं हैं। पीएम ने सोशल मीडिया मंच पर पोस्ट की जिसमें देशवासियों को अपने परिवार का हिस्सा बताया और कहा देशभर के मेरे परिवारजनों को विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं। यह पावन पर्व नकारात्मक शक्तियों के अंत के साथ ही जीवन में अच्छाई को अपनाने का संदेश लेकर आता है।