खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के घर पहुंचे पहलवान, बृजभूषण की गिरफ्तारी से कम कुछ भी मंजूर नहीं 

Sports Minister Anurag Thakur

भारतीय कुश्ती महासंघ अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। सांसद पर खिलाफ महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न का आरोप है। जिसे लेकर बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के साथ पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की जा रही है। इस मांग को लेकर पिछले कई दिनों से पहलवान धरन प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच तीन पहलवालों ने हाल ही में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। अब उनकी मुलाकात केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से हो रही है। ये पहलवान घर पहुंचे। साक्षी मलिक भी उनके साथ हैं।

बता दें केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर बजरंग पुनिया से फोन पर भी चर्चा की थी। इसके बाद केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी पहलवानों को बातचीत के लिए न्योता भेजा। इसके बाद पहलवान बजरंग पूनिया केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलने साक्षी मलिक के साथ उनके घर पहुंचे थे। हालांकि मुलाकात से पहले पहलवान ये साफ कर चुके थे उन्हें कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के अलावा और कुछ नहीं चाहिए। वे कम कुछ भी मंजूर नहीं करेंगे। वहीं कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन में शामिल तीन पहलवानों ने रेलवे की नौकरी पर जाना शुरु कर दिया है। ये पहलवान हैं विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक। इन तीनों ने रेलवे की नौकरी फिर शुरू कर दी है। ये तीनों पहलवान रेलवे की अपनी नौकरी जॉइन कर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग के लिए पहलवानों का हो रहा आंदोलन जल्द खत्म हो सकता है। हालांकि साक्षी मलिक का कहना है उन्होंने नौकरी जरुर ज्वाइन कर ली है,लेकिन वे सत्याग्रह में भी साथ हैं। साक्षी की ओर से ट्वीट कर आंदोलन से पीछे हटने की खबरों का खंडन किया गया है। बता दें हाल ही में इन तीनों पहलवानों ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। फिलहाल इस खबर पर विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया का कोई बयान सामने नहीं आया है। ये दोनों इस आंदोलन के बड़ा चेहरा हैं।

शाह ने क्या भरोसा दिया था

मुलाकात के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा। सभी आरोपों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा इस मामले में कोई भी दोषी पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे में माना जा रहा है कि गृहमंत्री शाह से मिले आश्वासन के बाद ही पहलवान साक्षी मलिक के साथ विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने नौकरी पर वापस जाने का यह फैसला लिया है।

आंदोलन पीछे नहीं हटा है-पूनिया

इस बीच बजरंग पूनिया ने कहा आंदोलन पीछे नहीं हटा है। आंदोलन लगातार बंद नहीं होगा ये जारी रहेगा है। पूनिया ने कहा आगे की रणनीति बनाई जा रही है। आंदोलन आगे कैसे बढ़े इस पर मंथन किया जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा जब पहलवानों का प्रोटेस्ट उस दिन वहां से उठाया गया। 28 मई तारीख के बाद तो एक दिन कार्यालय जाकर साइन करके आए थे। उन्होंने कहा क्योंकि पहलवानों ने छुट्टी ले रखी थी। उन्होंने यह भी कहा अगर रेलवे की नौकरी भी उसमें बाधा बनेगी। सभी पहलवान में सब कुछ दांव पर लगाकर चल रहे हैं। हम जॉब भी छोड़ देंगे।
पूनिया ने कहा सरकार की ओर से रेलवे की नौकरी को लेकर किसी तरह का कोई दवाब नहीं आया है।

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