Lok Sabha 2024: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में अभी से बिसात बिछनी शुरू हो गयी है। कहावत है कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है। यूपी में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट आती है, इसलिए बीजेपी (BJP) ने यहां नजरें चौकस कर रखी हैं। बीजेपी ने प्रदेश में मिशन 80 का प्लान बनाया है।
- 2024 की राह एकदम आसान हो, बीजेपी ने इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया है
- भाजपा के मिशन 2024 का सफर आसान बनाने के लिए बीजेपी ने मंत्रियों को जमीन पर उतारने की रणनीति तैयार की है
- लोकसभा की हारी हुई 14 सीटों पर केंद्रीय मंत्रियों के प्रवास के बाद अब यूपी के मंत्रियों को जिम्मेदारी दी जाएगी और यूपी के मंत्री 66 जीती हुई सीटों पर प्रवास करेंगे.
- आम चुनाव की तैयारी को लेकर बीजेपी का फोकस सबसे ज्यादा उन सीटों पर है जहां जीत का अंतर काफी कम रहा था या फिर बीजेपी को जीतने के लिए जद्दोहजहद करनी पड़ी थी
बीजेपी को पता कि राह कितनी है मुश्किल
जिन सीटों पर बीजेपी को कम अंतर से जीत या हार मिली थी, बीजेपी उन सीटों पर अधिक ध्यान दे रही है। भाजपा ने सीटों को तीन तरह की श्रेणी में बांटा है। जैसे, जिन सीटों पर 1000 वोटों से कम के अंतर में हैं, जिनमें 1000 से 5000 वोटों का अंतर है या फिर वो जिनमें अंतर 100 से भी नीचे हैं। जैसे, मछलीशहर सीट हैं जिसमें बीजेपी को सिर्फ 181 वोटों से जीत मिली थी, मेरठ सीट पर भी जीत का अंतर 4729 वोट का रहा था। मुजफ्फरनगर सीट पर बीजेपी6526 मतों से जीत हासिल हुई थी।
- रामपुर और आजमगढ़ को मिलाकर 25 ऐसी सीटें जहां जीत का अंतर 1 लाख वोट से कम रहा था
- 30 लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां जीत का अंतर सवा लाख वोटों से कम था
- पहले चरण में कम अंतर वाली सीटों पर फोकस किया जाएगा और इन सीटों पर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्रियों को प्रवास की जिम्मेदारी दी जाएगी
- बाकी बची 36 सीटों पर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्रियों को प्रवास पर भेजा जाएगा
बीजेपी यदि अपनी रणनीति पर सही से काम कर जाती है तो उसके लिए 2024 की जंग बहुत आसान हो जाएगी और वह दिल्ली की सत्ता तक आसानी से फिर पहुंच सकती है।