राजस्थान में साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं। चुनाव सामने है और राजस्थान सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कठघरे में खड़ी नजर आ रही है। भीलवाड़ा पिछले दो दिन से शर्मसार कर देने वाली दुष्कर्म और हत्या की वारदात से सरकार सवालों में घर गई है। ये मुद्दा प्रदेश ही नहीं देश भर में सुर्खियों में छाया हुआ है। बीजेपी को चुनाव से पहले गहलोत सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। इस मामले को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है।
- राजस्थान में हर रोज लगभग 19 दुष्कर्म!
- बीजेपी ने साधा गहलोत सरकार पर निशाना
- एमपी बीजेपी मीडिया प्रभारी ने साधा निशाना
- कहा-अशोक गहलोत को फिर भी नहीं आ रही शर्म
इधर मध्यप्रदेश बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने गहलोत सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि राजस्थान को मर्दों का प्रदेश बताने वाले कांग्रेसियों, तुमने तो राजस्थान को तालिबान से भी बुरा बना दिया। जहां दरिंदों के बुलंद हौसलौं के सामने बेटियां पस्त पड़ रही हैं। हर रोज 19, मतलब हर महीने 570 और हर साल 6840 से अधिक बेटियां कांग्रेस की निकम्मी गहलोत सरकार की बलि चढ़ रही हैं।
दुष्कर्म के मामलों पर नहीं डोल रहा किसी का जमीर!
आशीष अग्रवाल ने आगे लिखा है कि बिडम्बना देखिए। राजस्थान पर न प्रियंका वाड्रा का जमीर डोल रहा है। न राहुल गांधी का और न महिला अधिकारों पर बोलने वाले सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं फर्जी गठबंधन की जुबान भी नहीं खुल रही है। मणिपुर में चीखने वालों का राजस्थान पर मुंह क्यों सिल जाता है? क्या राजस्थान की बेटियाँ भारत में नहीं आतीं? उन्होंने लिखा है कि कभी दुष्कर्म के बाद भट्टी में जल रही हैं, तो कभी पेट्रोल डालकर आग में सुलगाई जा रही हैं। कभी कुएं में अर्धनग्न लाश में तब्दील हो रही हैं तो कभी पेड़ों पर झूलती लाश बन रही हैं। गहलोत तो राजस्थान की बेटियों के लिये ग्रहण साबित हो रहे हैं।
महिला अत्याचार से लोगों में भय का माहौल
बता दें राजस्थान के भीलवाड़ा ही नहीं, विभिन्न जिलों में महिला अत्याचार की घटनाओं से आमजन परेशान है। दुष्कर्म की वारदातों पर सियासत हो रही है। बयानबाजी की जा रही है। जिसमें कोई पुलिस तो कोई प्रशासन पर सवाल खड़े कर रहा है। वहीं कोई ‘मैं भी एक लड़की हूं’ के नाम पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर बयान पर प्रतिक्रिया दे रहा है। लेकिन इस बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप के बीच भीलवाड़ा की जनता अपने को ठगी महसूस कर हरी है। क्योंकि राजस्थान में हर दिन कहीं न कहीं किसी बेटी की इज्जत लूटी जा रही है।
बच्ची से गैंगरेप के बाद भट्टी में झोंक दिया
पहली घटना भीलवाड़ा के कोटडी थाना क्षेत्र की है। जहां नरसिंहपुरा में बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं उसे कोयले की भट्टी में जला दिया। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है। वहीं पुलिस के साथ मौके पर लोगों की भीड़ भी जमा हो गई। तो शाम होते होते इस राजनीति तेज हो गई। भाजपा की पूर्व मंत्री अनिता भदेल ने आरोप कांग्रेसियों के दबाव में काम करने का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस नेताओं ने पीड़ित परिवारों को कुछ अपनी और सरकार कीओर से सहायता दिलाकर जिम्मेदारी से इतिश्री कर ली।
दूसरा मामला लोहारिया का
भीलवाड़ा जिले में ही दूसरा मामला लोहारिया का है। जहां एक स्कूल में 8वीं की छात्रा से बदसलूकी की गई। पानी पीने की उसकी बोतल में टॉयलेट मिला दिया। इतना ही नहीं उसके बैग में आपत्तीजनक चिट्ठी लिख डाली। धमकियां दीं। परिजनों और गांव के लोगों ने जब स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया तो बच्ची से दुर्व्यवहार का मामला धार्मिक उन्माद में बदल गया।