देश भर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गवर्नेंस मॉडल की डिमांड होती रही है, लेकिन पिछले दिनों दिल्ली स्थित सीलमपुर और पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा और दंगों के पीड़ितों के बीच भी योगी उम्मीद बनकर उभरे हैं। यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली पहले दिन से ही देश भर में चर्चा का केंद्र रही है। अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए देश के कई राज्यों ने उनके बुलडोजर मॉडल को अपनाया। बीजेपी के सीएम योगी को तो खुलकर अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन लेते भी देखा ही गया। विपक्षी दल की सरकारों के मुख्यमंत्रियों ने भी गाहेबगाहे इसका इस्तेमाल अपनी लोकप्रियता के लिए किया। कई बार ऐसा भी हुआ जब बीजेपी शासित राज्यों में मंत्रियों ने ही अपनी सरकार से मांग कर डाली कि उनके राज्य में भी योगी मॉडल को अपनाया जाए।
- दिल्ली की गलियों में लगे योगी जी मदद करो के पोस्टर
- दिल्ली के दंगाग्रस्त सीलमपुर में लगे योगी से मदद के पोस्टर
- पश्चिम बंगाल में भी उठ रही योगी मॉडल की मांग
- बीजेपी नेताओं ने लगाई सीएम योगी से गुहार
- मुर्शिदाबाद के दंगा पीड़ितों से मिलने की गुहार
गवर्नेंस के योगी मॉडल के खौफ का ही परिणाम है कि दंगा पीड़ितों की पुकार उनके लिए उठ रही है। दिल्ली के सीलमपुर दंगाग्रस्त क्षेत्र रहा है। यहां पिछले दिनों एक हिंदू युवक की निर्मम हत्या कर दी गई। इसके बाद हिंदुओं में पलायन का खौफ सता रहा है। घटना के बाद क्षेत्र के कई घरों के बाहर ‘हिन्दू पलायन’ और ‘यह मकान बिकाऊ है’ जैसे पोस्टर चस्पा किये गए हैं। इन पोस्टरों में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता से सुरक्षा की गुहार लगाई गई है। सीलमपुर की सकरी गलियों में लगे इन पोस्टरों में इसकी तस्दीक भी हो रही है। इन पोस्टरों में दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता से दिल्ली में योगी आदित्यनाथ मॉडल अपनाकर उन्हें बचाएं, यह करुण पुकार लगाई गई है कि वे उन्हें यहां के लोगों से बचाएं। कुछ इसी तरह की मांग अब पश्चिम बंगाल से भी उठ रही है। पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुवेंदु अधिकारी ने यूपी के सीएम योगी से गुहार लगाई है कि वे मुर्शिदाबाद आएं और यहां दंगा पीड़ित हिंदुओं से मिलें। जाहिर है कि ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता हैकि लोगों में योगी आदित्यनाथ एक उम्मीद बनकर क्यों उभर रहे हैं?।
सिद्दू मूसेवाला के पिता ने कही थी ये बड़ी बात
पंजाब में मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की निर्मत हत्या के बाद उनके पिता जो बात कही थी वो शायद अब तक लोगों को याद ही होगा। मूसेवाला के पिता ने कहा था कि अगर पंजाब के मुख्यमंत्री योगी होते तो शायद उनका बेटा जीवित होता उसकी हत्या ही न होती। पिता का यह भी कहना था कि अगर उनके बेटे की हत्या हो भी गई होती तो उसे मारने वाले अपराधियों का अब तक तो एनकाउंटर भी हो चुका होता।
हरियाणा-राजस्थान के चुनाव में छाया रहा योगी का बुलडोजर
राजस्थान और हरियाणा के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी प्रचार के दौरान ट्रैक्टर की बजाए बुलडोजरों की रैली निकालते देखे गये थे। ऐसा केवल इसलिए किया गया था कि आमजन के बीच यह संदेश दिया जा सके कि बीजेपी की सरकार इन राज्यों में बनती है तो यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की तरह राज्य में लोगों को त्वरित न्याय मिलेगा।
‘बंटोगे तो कटोगे’ और दंगाइयों का इलाज डंडा
2024 में हुए लोकसभा चुनाव और दूसरे राज्यों में विधानसभा चुनाव के समय योगी आदित्यनाथ की डिमांड बीजेपी और एनडीए के प्रत्याशी करते रहे हैं। हिंदी भाषी प्रदेशों की बात छोड़ दें तो योगी की मांग बंगाल,पंजाब, सिक्किम और दक्षिण के राज्यों में तक उठती रही। हालांकि बीजेपी में हिंदुत्व की अवधारणा पर चलने और उस पर काम करने वाले हिन्दुवादी नेताओं की कमी नहीं है। इसके बाद भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ही हिंदुओं के बीच आशा की किरण क्यों बने हुए हैं। दरअसल हिंदू हितों पर योगी का खुलकर बिना लाग लपेट के बोलना ही मुख्य वजह है जो सबको पसंद आ रहा है।
योगी के सत्ता आने के बाद माफिया को सताने लगा ये डर
दरअसल पूरे देश में कानून व्यवस्था और दंगों के मामले में यूपी पहले बहुत बदनाम रहा करता था, लेकिन योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद इस राज्य में अपराध तो कम हुए ही सांप्रदायिक दंगे भी बंद हो गए। लोगों का मानना है कि सांप्रदायिक दंगों को खत्म करने के लिए जीरो टॉलरेंस के चलते ही ऐसा हो सका है। यूपी की योगी सरकार ने माफिया का उन्मूलन के लिए हर जरुरी तरीके का इस्तेमाल किया। लोगों को माफिया के खिलाफ योगी यह शैली ही पसंद आ रही है। दिल्ली में जिस तरह सभी दंगाई अदालत से छूटकर बाहर आ गए वैसा यूपी में नही्ं हुआ।
विकास दुबे से अतीक तक सब बने अतीत
उत्तरप्रदेश में कुख्यात माफिया रहे विकास दुबे, अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी आदि जैसे कई छोटे बड़े माफिया का सफाया जिस तरह किया गया। वह लोगों को बेहद पसंद आया। यूपी में हालत यह है कि चाहे बैंक डकैती हो या जूलर्स शो रूम में डकैती और गैंग रेप के आरोपी हों सभी को यूपी में चुन चुनकर एनकाउंटर में ढेर किया जा रहा है। इस यूपी के बाहर भी बहुत अब पसंद किया जा रहा है। यूपी के संभल में जिस तरह से दंगाई भीड़ को नियंत्रित किया गया उसके बाद से सीएम योगी की लोकप्रियता में एक बार फिर चार चांद लग गया है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा में संभल और उर्दू के मसले पर योगी सरकार के स्टैंड से हिंदुओं में यह संदेश गया कि योगी के रहते वो देश में सुरक्षित हैं।