कोलकाता के सरकारी अस्पताल सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल अस्पताल में गुरुवार देर रात आग लगने से अफरातफरी मच गई। गनिमत ये रही कि अस्पताल के जिस वार्ड में आग लगी उस वक्त वहां कोई मरीज नहीं था। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की नौ गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था।
मौके पर पहुंचे राज्य के मुख्य सचिव
हादसे के बाद घटनास्थल का दौरा करने वाले पश्चिम बंगाल के सीएस एच के द्विवेदी ने कहा कि आग आपातकालीन इमारत एसएसकेएम अस्पताल में के पास लगी थी। लेकिन दमकलकर्मियों ने उस पर काबू पा लिया। किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
उजागर हुई SSKM अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही
बता दें सेठ सुखलाल करनानी मेमोरियल अस्पताल यानी एसएसकेएम अस्पताल की गिनती पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के रुप में होती है। लेकिन गुरुवार की रात को लगी आग ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर कर दिया है। हादसे के वक्त यदि वार्ड में और स्टाफ के कर्मचारी होते तो बड़ा हादसा हो सकता था। बताया जाता है कि आग सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर पर लगी थी। जानकारी के मुताबिक एसएसकेएम अस्पताल में सबकुछ सामान्य चल रहा था। इस बीच देर रात 10 बजे के करीब अचानक इमरजेंसी बिल्डिंग से आग की लपटें उठने लगी। आग की लपटें इमरजेंसी बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से उठ रही थीं। जिसे देखकर अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। लोगों ने इसकी जानकारी तत्काल फायर ब्रिगेड को दी। एसएसकेएम अस्पताल में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम तत्काल मौक पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की नौ गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की कोशिशें शुरू की और करीब घंटे भर की कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया।
इमरजेंसी बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से उठी लपटें
बताया जाता है कि आग की लपटें अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से उठ रही थीं। इसी मंजिल पर सीटी स्कैन और एक्सरे रूम बना है। ये आग सीटी स्कैन और एक्सरे रूम से ही लगी। हादसे के बाद पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। गनिमत ये रही कि अस्पताल की जिस बिल्डिंग में आग लगी थी। वहां हादसे के वक्त कोई मरीज नहीं था।