UN समेत कई देशों ने चिंता जताई
ईरान में इन दिनों हिजाब पर विाद बढत्र गया है। दरअसल ईरान में हिजाब पहनने का सख्त कानून है। जिसके विरोध् में महिलाएं सड़क पर उतर आई हैं। महिलाएं हिजाब उतारकर और कई जगहों पर हिजाब जलाकर अपना विरोध जता रही हैं। एक मामले में महसा अमिनी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। पुलिस ने उन्हें महिलाओं के लिए ईरान के सख्त ड्रेस कोड के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार किया था। महसा की मौत के बाद वहां विवाद बढ़ गया है। राजधानी तेहरान के साथ हिजाब के खिलाफ कई शहरों में जारी प्रदर्शन ने हिंसक रुख अख्तियार कर लिया है। ईरानी महिला महसा अमिनी की मौत के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जाने लगा है। महिलाएं सांकेतिक तौर पर अपने हिजाब जलाकर और बालों को काटकर सरकार के फैसले का विरोध कर रही हैं। ईरान के कुर्दिस्तान से ये विरोध प्रदर्शन शुरु हुआ था। जिसने देखते ही देखते राजधानी तेहरान समेत ईरान के तमाम बड़े शहरों को अपनी जद में ले लिया। विरोध प्रदर्शनों के दौरान तीन प्रदर्शनकारियों की मौत ने इसे और भड़का दिया। बता दें कुर्दिस्तान में 221 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। वहीं 250 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ऐसे में यूएन समेत कई देशों ने ईरान के सुरक्षाबलों द्वारा प्रदर्शनकारियों पर बल के प्रयोग की आलोचना की है।
पुलिस कस्टडी में हुई थी महसा की मौत
ईरान में महसा अमिनी को पुलिस ने हिजाब का विरोध करते समय गिरफ्तार किया था। जिसकी पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। ईरानी पुलिस ने महसा को महिलाओं के लिए ईरान के सख्त ड्रेस कोड के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार किया था। वहीं पुलिस का दावा है कि महसा की मौत हार्ट अटैक से हुई। इधर अमिनी के परिवार बता रहे हैं कि महसा बिल्कुल स्वस्थ थी। पुलिस हिरासत में ही कुछ ऐसा हुआ है जिससे उसकी मौत हो गई। महसा की मौत के बाद ईरान में बवाल बढ़ गया है। वहीं ईरान प्रशासन की ओर से भी तीन लोगों की प्रदर्शन के दौरान मौत की पुष्टि की गई है।
बाल काटकर किया शरिया कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन
ईरान में महिलाएं लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने सड़क पर उतरीं हैं। इसे लेकर सोशल मीडिया पर तमाम वीडियो और फोटो भी वायरल हो रहे हैं। ऐसे में ईरान में 2019 के बाद ये सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन बताया जा रहा है। बता दें 2019 में जनता ईंधन की कीमतों को लेकर सड़क पर उतरी थी। इस बार बड़ी संख्या में महिलाएं शरिया कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। महिला न सिर्फ विरोध में हिजाब जला रही हैं, बल्कि अपने बाल भी काट कर विरोध जता रही हैं। ईरान के उत्तरी कुर्दिस्तान प्रांत में सबसे पहले विरोध प्रदर्शन हुए थे। अमिनी यही की रहने वाली थी। लेकिन देखते ही देखते पूरे ईरान में प्रदर्शन होने लगे हैं। यहां के गवर्नर ने तीन प्रदर्शनकारियों की मौत की पुष्टि की है। वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सुरक्षा बल लगातार फायरिंग कर रहे हैं। इसके चलते तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हुए हैं।
पुलिस छोड़ रही आंसू गैस के गोले
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और फोटो देखकर पता चलता है कि अधिकारी प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुर्दिस्तान प्रांत में घातक बल का इस्तेमाल हुआ है। जिनेवा में मानवाधिकार उच्चायुक्त नादा अल नशिफ ने अमिनी की मौत और विरोध प्रदर्शनों के खिलाफ सुरक्षा बलों की हिंसक प्रतिक्रिया पर चिंता व्यक्त की है उन्होंने कहा कि अमिनी की मौत की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।