प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ पर्व का आज गुरुवार 23 जनवरी को 11वां दिन है। त्रिवेणी संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती नजर आ रही है। लाखों कल्पवासियों के साथ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
- महाकुंभ में श्रद्धालुओं का बढ़ा आस्था
- अब तक 10 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान
- श्रद्धालुओं का बढ़ता जा रहा है आस्था का सैलाब
- मौनी अमावस्या से पहले करोड़ों श्रद्धालु लगा सकते डुबकी
- मौनी अमावस्या को दूसरा अमृत स्नान
- देश ही नहीं विदेशों से भी आ रहे श्रद्धालु
बता दें 13 जनवरी से अब तक महाकुंभ में करीब 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम स्नान कर चुके हैं। यह संख्या आआने वाले दिनों में और बढ़ने की संभावना है। खासकर 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन भीड़ बढ़ने वाली है। इसी दिन दूसरा अमृत स्नान होगा। माना जा रहा है कि मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम स्नान करने की उम्मीद है।
20 से अधिक देशों के करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालु
महाकुंभ में केवल भारत के लोग ही नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में विदेश से भी श्रद्धालु यहां आ रहे हैं और कुंभ में पवित्र स्नान करते हुए धार्मिक आयोजनों में भाग ले रहे हैं। यूपी सरकार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 20 से अधिक देशों के करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज महाकुंभ में आस्था में लीन होकर त्रिवेणी संगम पर स्नान कर चुके हैं। इतना ही नहीं विदेशी साधु-संतों के शिविरों और अखाड़ों में भी ध्यान और योग साधना का माहौल महाकुंभ के दौरान देखने को मिल रहा है। महाकुंभ 2025 का यह भव्य आयोजन भारत की सनातन संस्कृति की आस्था और भक्ति को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाते नजर आ रहा है।
बता दें बुधवार 22 जनवरी को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में कैबिनेट मीटिंग की थी। इस के बाद अपनी कैबिनेट के मंत्रियों के साथ संगम तट पर विधिवत पूजा-अर्चना की और मंत्रियों के साथ पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी भी लगाई थी। मुख्यमंत्री ने अंजुली में गंगा जल लेकर मां गंगा का आशीर्वाद लिया और गंगा आरती की थी। हालांकि समाजवादी पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कैबिनेट बैठक को लेकर सियासी सवाल खड़े किए हैं। जबकि उन्हीं की पार्टी की विधायक पूजा पाल ने महाकुंभ की तैयारियों को सराहा और इसे आस्था से जुड़ा मामला बताया है।
प्रशासन ने की चाक-चौबंद व्यवस्था
प्रयागराज महाकुंभ 2025 के भव्य आयोजन और मेला प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच यहां श्रद्धालु आध्यात्मिक माहौल का भरपूर आनंद उठा रहे हैं। श्रद्धालुओं की हर दिन बढ़ती संख्या को देखते हुए मेला प्रशासन सुरक्षा और अधिक सुविधा के व्यापक इंतजाम कर रहा है। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो और वे अपने धार्मिक अनुष्ठान पूरे कर सकें।