Jyotiraditya Scindia:केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में एक कार्यक्रम के दौरान मप्र के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को अपने हाथों से चप्पल पहनाईं। दरअसल शिवराज कैबिनेट में शामिल मंत्री तोमर ने अपने विधानसभा क्षेत्र में सड़क नहीं बनने तक जूते-चप्पल त्याग दिए थे। अब इन सड़कों का काम लगभग 80 से 90 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। ऐसे में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने अपने हाथ से ऊर्जा मंत्री को चप्पल पहनाई साथ ही यह भी कहा कि आपका संकल्प जनहित में था और वह सफल हुआ है।
- सिंधिया ने मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को पहनाई चप्पल
- मंत्री तोमर ने लिया पैर छूकर सिंधिया से आशीर्वाद
- सड़क न बनने से दुखी मंत्री तोमर ने त्याग दिये थे जूते चप्पल
- मंत्री तोमर के लिए सिंधिया ने बाजार से मंगवाई नई चप्पल
सिंधिया ने जब चप्पल पहनाई तो ऊर्जा मंत्री की आंखें भर आईं। उन्होंने सिंधिया का आभार जताया ओर कहा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सहयोग से यह हो संभव हो सका है। दरअसल केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार को भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर होने वाले आयोजन में शामिल होने ग्वालियर पहुंचे थे। वे नदीगेट पर पोलिंग बूथ के कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान ऊर्जा मंत्री को उन्होंने चप्पल पहनाईं। इससे पहले कैन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने अपने समर्थक मंत्री तोमर के लिए बाजार से नई चप्पल मंगाई। कार्यक्रम में ही अपने हाथों से पहनाई। साथ ही सिंधिया ने मंत्री से कहा कि अब तो बन गई सडक़ें और आपका संकल्प भी पूरा हो गया। जब सिंधिया ने यह कहा तो मंत्री तोमर ने तत्काल आदेश का पालन करते हुए चप्पल पहन लीं।
65 दिन नंगे पैर घूमे मंत्री तोमर
बता दें 65 दिन तक तोमर बिना चप्पल और जूतों के घूम रहे थे। इस दौरान वे सडक़ों पर नंगे पैर ही निरीक्षण करते दिखाई दिये। कभी रात को घूमते तो पूरे प्रदेश में होने वाले कार्यक्रमों में वे बिना जूते चप्पल के दिखाई दिए। इतना ही नहीं शादी समारोह में जहां लोग बनठन कर और नए कपड़े जूते पहनकर शामिल होते हैं वहां भी मंत्री नंगे पैर पहुंचते थे।
इसी साल 20 अक्टूबर को छोड़े थे जूते-चप्पल
शिवराज कैबिनेट में शामिल ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने 20 अक्टूबर को भोपाल से लौटने के बाद अपनी विधानसभा क्षेत्र में निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां निरीक्षण के दौरान उन्होंने लक्ष्मण तलैया, गैंडेवाली सडक़ और जेएएच रोड को खुदा पड़ा देखा था। स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया था कि किस तरह सड़क उनको दर्द दे रही हैं। आए दिन हादसे हो रहे हैं। सड़कें बनाने के नाम पर महीनों से खुदी पड़ी हैं। इसके बाद जनता का दर्द खुद महसूस करने के लिए और सड़क को जल्द बनवाने का संकल्प लेकर ऊर्जा मंत्री ने उसी दिन से चप्पल-जूते त्यागने की घोषणा कर दी थी।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने की अपने समर्थक की तारीफ
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने ऊर्जा मंत्री तोमर की आम समस्याओं को लेकर उनकी चिंता को एक सच्चा जनप्रतिनिधि होने का सबब बताया।इसके साथ ही ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने सड़कों के लिए राशि धन राशि उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का तहे दिल से आभार व्यक्त किया है।
उपचुनाव के समय भी त्याग दिये थे चप्पल जूते
बता दें मध्य प्रदेश में 27 सीटों पर उपचुनाव के बाद प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी थी। कांग्रेस छोड़ने के बाद सिंधिया समर्थक प्रद्युम्न सिंह तोमर ने तब भी कई महीनों से नंगे पैर बिताए। फिर 2020 मंत्रीमंडिल के गठन पर सिंधिया ने प्रद्युम्न सिंह तोमर को चप्पल भेंट की थीं। दरअसल शिवराज सरकार में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने तब संकल्प लिया था कि जब तक उनके क्षेत्रवासियों की समस्याओं का निदान नहीं हो जाता। वे नंगे पैर रहेंगे। यहां तक कि शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद की शपथ भी तब उन्होंने नंगे पैर ली थी। लेकिन बाद में ग्वालियर के एक आयोजन जैसे ही सिंधिया ने मंच पर अपना भाषण खत्म किया। उसके बाद उन्होंने मंच पर ही मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के पैरों में चप्पल पहनाई। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसका एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा था कि अपने क्षेत्र में पेयजल और स्वच्छता संबंधी काम पूरे होने पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर जी को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के समक्ष चप्पल पहना कर शपथ तोड़ी।