लोकसभा चुनाव में एनडीए को मात देने के लिए बनाए गए विपक्षी इंडिया गठबंधन की गांठें धीरे धीरे खुलने लगी है। बिहार की सीएम नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जेडीयू इस गठबंधन से दूर होकर एनडीए का दामन थाम चुके हैं। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इंडिया गठबंधन से नाराज बताई जा रही हैं। टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी के संयोजक दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच बढ़ती मेल मुलाकात किसी नए सियासी समीकरण की ओर इशारा कर रही है।
- ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन से दूर AAP के करीब
- 21 फरवरी को पंजाब के दौरे पर जाएंगी ममता बनर्जी
- ममता बनर्जी होंगी अमृतसर में दरबार साहिब नतमस्तक
- दिल्ली के मुख्यमंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री से करेंगी मुलाकात
- इंडिया गठबंधन से ममता की बेरुखी
- ममता और केजरीवाल मिलकर चल रहे
- दोनों ने किया कांग्रेस और इंडिया गठबंधन से किनारा
- आम आदमी पार्टी के संग गठबंधन कर सकती हैं ममता
- किसान आंदोलन के बीच ममता बनर्जी का पंजाब दौरा
बता दें इंडिया गठबंधन की बैठकों में ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल मिलकर चलते रहे हैं। अब दोनों ही नेताओं और उनकी पार्टियों ने न केवल कांग्रेस बल्कि इंडिया गठबंधन से भी किनारा कर लिया है। इस बीच ममता बनर्जी 21 फरवरी को पंजाब के दौरे पर जाने वाली हैं। ममता का दौरा ऐसे समय हो रहा है जब लोकसभा चुनाव में कुछ दिन ही शेष बचे हैं। ऐसे में चर्चा है कि आम आदमी पार्टी के साथ टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी गठबंधन को लेकर कुछ बड़ा सोच रही हैं।
आंदोलन कर रहे किसानों के बीच भी जा सकती हैं ममता बनर्जी
दरअसल ममता बनर्जी पंजाब के दौरे पर जाने वाली हैं। 21 फरवरी को ममता बनर्जी अमृतसर पहुंचेंगी जहां वे दरबार साहिब नतमस्तक होंगी। इसके बाद वे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान से मुलाकात करेंगी। लोकसभा चुनाव और पंजाब हरियाणा में किसान आंदोलन के बीच ममता बनर्जी के पंजाब दौरे को काफी अहम माना जा रहा है। ममता बनर्जी ने हाल ही में किसानों की मांगों का समर्थन किया था। इसके साथ ही शूंभ बॉर्डर पर किसानों को पीटने और उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ने की निंदा भी की थी। ममता बनर्जी ने केंद्र की एनडीए सरकार पर जोरदार हमला किया था। माना जा रहा है कि 21 फरवरी तक अगर यह किसान आंदोलन जारी रहता है तो पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी इस दिन किसानों के बीच भी जा सकती हैं। ऐसे में पंजाब की सियासत में नया उबाल आ सकता है।