ट्रॉफी को आज मिलेगा नया चैंपियन….न्यूजीलैंड से फिर टीम इंडिया की भिड़ंत…मैच में छाए रहेंगे गेंदबाज
चैंपियंस ट्रॉफी का खिताबी मुकाबला आज 9 मार्च को खेला जाएगा। ट्रॉफी के लिए भारत और न्यूजीलैंड के बीच भिड़ंत होगी। न्यूजीलैंड ने अब तक कोई भी आईसीसी सफेद गेंद टूर्नामेंट नहीं जीता है। पिछले हफ्ते ही भारत ने न्यूजीलैंड को 205 रनों पर ढेर कर 249 रन के लक्ष्य भारत ने बचा लिया था। ऐसे में इस खिताबी मुकाबले में भी टीम इंडिया का पलड़ा भारी नजर आ रहा है।
- भारत-न्यूजीलैंड के बीच इसी मैदान पर हुआ था ग्रुप स्टेज मैच
- कीवी टीम पर टूटा था भारतीय स्पिनर्स का कहर
- भारतीय स्पिनर्स ने झटके थे न्यूजीलैंड के 9 विकेट
- वरुण चक्रवर्ती ने सबसे अधिक 5 विकेट झटके थे
- कुलदीप यादव—2 विकेट, अक्षर पटेल—1 विकेट
- रवींद्र जडेजा —1 विकेट को भी कामयाबी मिली थी
- कीवी टीम को भी हे अपने स्पिनर्स पर भरोसा
- पांच स्पिनर्स के साथ उतर सकता है न्यूजीलैंड
- कीवी के पास भी स्पिन चौकड़ी है
- कप्तान मिचेल सेंटनर, माइकल ब्रेसवेल
- रचिन रवींद्र और ग्लेन फिलिप्स शामिल
- भारतीय बल्लेबाज कीवी स्पिनर्स को कतई हल्के में नहीं लेंगे
- न्यूजीलैंड ने 2000 के बाद नहीं जीता कोई आईसीसी वनडे खिताब
- 25 साल पहले केन्या में नॉकआउट टूर्नामेंट भारत से जीता था
भारत ने न्यूजीलैंड के बाद सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था, जबकि न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को मात देकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था। 25 साल बाद एक बार फिर यह दोनों टीमें आईसीसी के सीमित ओवर प्रारूप के खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी।
वैसे ICC टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबलों में न्यूजीलैंड ने ही भारत को सबसे ज्यादा परेशान किया है। टीम भारत को 2019 वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल और 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी हरा चुकी है।
न्यूजीलैंड ने अब तक कोई भी आईसीसी सफेद गेंद टूर्नामेंट नहीं जीता है। 2015 और 2019 के वनडे वर्ल्ड कप World Cup में वह फाइनल तक पहुंचे, लेकिन ट्रॉफी नहीं जीत सके। अब एक बार फिर उनके पास मौका है। हालांकि, पिछले हफ्ते ही भारत ने न्यूजीलैंड को 205 रनों पर ढेर कर 249 रन के लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव किया था। दिलचस्प बात यह है कि पिछली बार इन दोनों टीमों के बीच व्हाइट-बॉल टूर्नामेंट का फाइनल 2000 में नैरोबी में आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी में खेला गया था। उस मौके पर न्यूजीलैंड ने भारत को चार विकेट से हराकर अपना पहला आईसीसी खिताब जीता था।
गेंदबाजों के लिए मददगार रही है दुबई की पिच
ऐतिहासिक रूप से, दुबई की पिच बल्लेबाजों से ज़्यादा गेंदबाजों के पक्ष में रही हैं। दुबई में खेले गए चार मैचों में औसत स्कोर 246 रहा है। जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ़ सेमीफाइनल में 264 रनों का उच्चतम स्कोर बनाया था। भारत ने 49वें ओवर में छह विकेट खोकर उस लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया। इसके विपरीत, पाकिस्तान में खेले गए दस मैचों का औसत स्कोर 295 रहा है। चक्रवर्ती के शानदार फॉर्म और जडेजा, कुलदीप और अक्षर के स्पिन आक्रमण के साथ, भारतीय टीम को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ खिताबी मुकाबले से पहले आत्मविश्वास से लबरेज होना चाहिए।
उल्लेखनीय रूप से, भारत टूर्नामेंट में एकमात्र टीम है। जिसने अपने सभी विरोधियों को आउट किया है। दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम —DICS में दस पिच हैं। जिनका प्रबंधन ऑस्ट्रेलियाई क्यूरेटर मैथ्यू सैंडरी करते हैं। वे सभी समान विशेषताओं वाली हैं। धीमी और स्पिनरों के लिए स्पष्ट समर्थन वाली। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद —ICC ने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान चार अलग-अलग पिचों का इस्तेमाल किया है। जबकि फाइनल के लिए, केंद्र में स्थित एक पिच का फिर से इस्तेमाल किया जाएगा। यह देखते हुए कि इस पिच पर आखिरी मैच दो सप्ताह से अधिक समय पहले हुआ था। इसे आराम करने के लिए पर्याप्त समय मिला है।
इस पिच पर स्पिनर्स करेंगे खेल!
चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल मैच उसी पिच पर खेला जाएगा जिस पर भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला खेला गया था। ऐसे में पिच के धीमे और बेहद सुस्त होने की संभावना जताई जा रही है। इस पिच पर स्पिनरों को निश्चित तौर पर मदद मिलेगी। यानी जो टीम इस मुकाबले में स्पिनर्स को बेहतरीन ढंग से उपयोग करेगी, जीत उसकी आसान हो जाएगी।
संभावित टीम
न्यूजीलैंड : मिचेल सेंटनर —कप्तान, मार्क चैपमैन, माइकल ब्रेसवेल, डेवोन कॉन्वे, काइल जेमिसन, टॉम लैथम (विकेटकीपर), मैट हेनरी, डेरिल मिचेल, ग्लेन फिलिप्स, विल ओरोर्के, रचिन रवींद्र, नाथन स्मिथ, जैकब डफी, केन विलियमसन और विल यंग।
टीम इंडिया : रोहित शर्मा —कप्तान, शुभमन गिल—उप-कप्तान, विराट कोहली, केएल राहुल (विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, हार्दिक पंड्या, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती, हर्षित राणा, मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह और वॉशिंगटन सुंदर।