उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस दिनों एक विवाद ने सियासी घमासन मचा दिया है। जिसमें समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल की ओर से डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने यूपी की राजनीति को गर्मा दिया है।
- यूपी BJP प्रदेशाध्यक्ष का बड़ा बयान
- ‘सपा के नेताओं की भाषा अर्मादित’
- ‘सभ्य समाज नहीं करेगा इसे स्वीकार’
कैसे हुई विवाद की शुरुआत
समाजवादी पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से राज्य के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के डीएनए पर की अभद्र टिप्पणी की गई। जिसमें उनके चरित्र और वंश पर सवाल उठाए गए थे। जिसमें रेड-लाइट एरिया का उल्लेख भी था। इस पोस्ट में उनकी दिवंगत माता का भी अपमान सपा ने किया। जिसे भाजपा नेताओं ने महिलाओं के प्रति अपमानजनक और जातिगत विद्वेष फैलाने वाला बताया है।
कानूनी कार्रवाई..लखनऊ में FIR दर्ज
सपा की विवादित पोस्ट के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर भी दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता भाजपा लखनऊ महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही सपा के प्रदेश अध्यक्ष और मीडिया सेल के हैंडलर के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। एफआईआर में आईटी अधिनियम, 2008 के तहत अश्लीलता, शांति भंग और सामाजिक वैमनस्य फैलाने जैसे संगीन आरोप शामिल हैं।
जानें क्या बोले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अपने खिलाफ की गई सपा इस टिप्पणी को सपा की वैचारिक गिरावट का प्रतीक बताया। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से आग्रह किया कि वे अपने कार्यकर्ताओं को राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण और जॉर्ज फर्नांडिस जैसे समाजवादी नेताओं के मूल्यों की शिक्षा प्रदान करें। पाठक ने सपा नेताओं को “शिशुपाल” कहकर संबोधित किया। साथ ही जनता से ऐसे व्यवहार के खिलाफ न्याय की अपील भी उन्होंने की।
अखिलेश ने कार्यकर्ताओं को दी समझाइश
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को संयम दोनों पक्षों को बरतना चाहिए। उन्होंने अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं से भविष्य में इस तरह की भाषा का प्रयोग न करने की अपील की। इसके साथ ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पर भी पहले से आपत्तिजनक टिप्पणियां करने का आरोप लगाया। अखिलेश ने पाठक से अपने बयानों पर आत्ममंथन करने और नैतिक मूल्यों का पालन करने की सलाह दे डाली।
इस बीच उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा है कि काफी दिनों से समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल पेज से कुछ ऐसी पोस्ट आ रही हैं। जिनकी भाषा बेहद अमर्यादित है… जिस तरह की भाषा का वे प्रयोग करते हैं… वह असहनीय है। इस तरह की भाषा सभ्य समाज इसे कभी स्वीकार नहीं करता। जहां तक डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का सवाल है तो वे हमेशा राजनीतिक विषयों पर ट्वीट करते रहते हैं…लेकिन समाजवादी पार्टी जिस तरह की भाषा का उपयोग कर रही है.. वह असहज करने वाली है।
भाषा मर्यादा में रहना चाहिए- योगी
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा है कि हम सभी को अपनी भाषा की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए…भाषा की मर्यादा में रहना चाहिए… एक दूसरे के प्रति इस तरह की भाषा का प्रयोग समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा।
- मंत्री निषाद ने साधा सपा पर निशाना
- डिप्टी सीएम पर टिप्पणी का किया विरोध
- ‘जनता स्वयं न्यायाधीश है,दंड देगी’
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने भी सपा पर जमकर निशाना साधा…मंत्री निषाद ने सपा मीडिया सेल के सोशल मीडिया अकाउंट की ओर से उत्तरप्रदेश डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को लेकर की गई टिप्पणी पर ऐतराज जताया…और इस मामले पर कहा कि भारतीय सभ्यता और संविधान में अमर्यादित भाषा की कोई जगह नहीं है। जनता स्वयं न्यायाधीश है और ऐसे लोगों को समय आने पर सत्ता से बाहर कर चुकी है। जनता सब जानती है…जनता केवल और केवल मर्यादित लोगों के साथ रहना चाहती है।