सचिन पायलट ने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, 45 हजार करोड़ के घोटाला की जांच के लिए देंगे धरना

Sachin Pilot

मरुभूमि राजस्थान में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना हैं, लेकिन कांग्रेस में गुटबाजी और असंतोष का बवंडर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पायलट ने गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हमने जनता से वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही बीजेपी के भ्रष्टाचार की जांच करेंगे, लेकिन साढ़े चार साल सरकार चलने के बाद भी भ्रष्टाचार के मामलों की जांच नही करा पाए।

सचिन पायलट ने अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत को कई पत्र लिखे, लेकिन उन पत्रों का कोई जवाब नही मिला। उन्होंने कहा वसुंधरा सरकार में 45 हज़ार करोड़ का खान घोटाला हुआ था। विपक्ष में रहते इन घोटाले की जांच CBI से करवाने की मांग कांग्रेस ने की थी। तब अशोक गहलोत भी इन मामलों को जोर-शोर से उठाते थे। लेकिन सत्ता में आने के बाद मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल को मामलों की जांच को लेकर शहीद स्मारक पर धरना देंगे।

विपक्ष में रहते गहलोत करते थे घोटाले की जांच की मांग

जयपुर में रविवार को मीडिया से चर्चा के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि 2013 में हमारी कांग्रेस की सरकार थी। लेकिन हम चुनाव हार गए। उसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बनाया। तब भी पार्टी को मजबूत करने के लिए उन्होंने हर संभव कार्य किया। उस दौरान राजस्थान में BJP की मजबूत सरकार बनी और हमने विपक्ष में रहते हुए 5 साल तक जमकर संघर्ष किया। इस दौरान कांग्रेस ने आमलोगों से वायदा किया था कि पार्टी की सरकार बनते ही BJP के भ्रष्टाचार की जांच करेंगे लेकिन यह संभव नहीं हो सका। हमने प्रयास भी किया। जब कांग्रेस की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री गहलोत को भाजपा भ्रष्टाचार की जांच के लिए पत्र भी लिखे थे।

सत्ता में आने के बाद गहलोत भूल गए खान घोटाला

सचिन पायलट ने कहा अब चुनाव में 6 महीने का समय बचा है, जो वादा जनता से किया था वो पूरा होना चाहिए था। केंद्र सरकार ED, CBI, आयकर विभाग जैसी एजेंसिंयों का दुरुपयोग कर विपक्ष को घेर रही है। दूसरी तरफ भ्रष्टाचार के मामलों में हमारी कांग्रेस सरकार वसुंधरा राजे पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा वसुंधरा सरकार में 45 हज़ार करोड़ का खान घोटाला हुआ था। विपक्ष में रहते इन घोटाले की जांच CBI से करवाने की मांग की थी। तब अशोक गहलोत भी इन मामलों को जोर-शोर से उठाते थे। सत्ता में आने के बाद मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई। संजीवनी घोटाले को लेकर पायलट ने कहा अच्छी बात है। सरकार इस पर कार्रवाई कर रही है। कितना भी बड़ा नेता हो। उस पर कार्रवाई होनी चाहिए इसी तरह वसुंधरा राजे के समय के घोटालों की भी जांच होनी चाहिए।

सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के खिलाफ खोला मोर्चा

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