कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के मानहानि मामले में अपनी दो साल की सजा के खिलाफ अपील करने के लिए सोमवार को सूरत की सेशन कोर्ट में पेश होंगे। मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के मजिस्ट्रेट के आदेश को रद्द करने के लिए राहुल गांधी के सूरत में सत्र न्यायालय में याचिका दायर करेंगे। इस दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा और राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू उनके साथ मौजूद रहेंगे।
- राहुल गांधी करेंगे याचिका दायर
- सूरत सेशन कोर्ट में याचिका दायर करेंगे
- मजिस्ट्रेट के आदेश को रद्द करने की करेंगे मांग
- मानहानि के मामले में कोर्ट ने सुनाई है दो साल की सजा
- दो साल की सजा के खिलाफ अपील करेंगे राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के मानहानि मामले में अपनी दोषसिद्धि और दो साल की सजा के खिलाफ अपील करने जा रहे हैं। आज गुजरात के सूरत एक सेशन कोर्ट में पेश होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपमान के रूप में देखी गई टिप्पणियों के लिए मानहानि के मामले में उन्हें दोषी ठहराए जाने के मजिस्ट्रेट के आदेश को रद्द करने के लिए राहुल गांधी के सूरत में सत्र न्यायालय में याचिका दायर करने की संभावना है। बताया जाता है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मानहानि मामले में सजा पर अंतरिम रोक लगाने की मांग करेंगे। जिससे उनकी लोकसभा सदस्यता भी बहाल होने के रास्ते खुल जाएंगे। बता दें राहुल गांधी को सूरत की अदालत के आदेश के बाद सांसद के रुप में अयोग्य घोषित किया गया था। बता दें मानहानि के मामले में अदालत ने दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। इसके जाने के बाद संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा ने गांधी को 2019 के मानहानि मामले में दोषी ठहराया था। उन्हें यह कहने के लिए कि सभी चोरों का नाम मोदी क्यों है दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। हालांकि कोर्ट से उन्हें तत्काल जमानत मिल गई थी। लेकिन लोकसभा सचिवालय की ओर से उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई। सचिवालय द्वारा जारी एक नोटिस में कहा गया था कि वे अपनी सजा के दिन 23 मार्च से सदन से अयोग्य हैं।
राहुल के खिलाफ हरिद्वार कोर्ट में भी मानहानि का केस दायर
बता दें इस साल जनवरी में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की एक कथित टिप्पणी को लेकर हरिद्वार कोर्ट में मानहानि की एक और शिकायत भी दायर की गई है। जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस इक्कीसवीं सदी के कौरव कहा था। यह नया मामला आरएसएस कार्यकर्ता की शिकायत पर अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने दायर किया था।
राहुल के मामले में कांग्रेस की सक्रियता पर सवाल
बता दें बीजेपी ने इस मामले में आरोप लगाया था कि राहुल गांधी की कानूनी टीम मुस्तैदी से काम नहीं कर रही है। कोर्ट के आदेश को चुनौती देने के लिए पर्याप्त सक्रियता नहीं दिखाई गई। क्योंकि कर्नाटक चुनाव से पहले इसे भुनाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी के मामले में तत्काल कार्रवाई हुई थी तो राहुल गांधी की सजा के बाद क्यों नहीं कार्रवाई की गई। वहीं बीजेपी के आरोप और इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश का कहना है कानूनी टीम इस पर काम कर रही है। कांग्रेस की ओर से हाल ही में राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य घोषित किए जाने के खिलाफ विरोध भी दर्ज किया था। राज्यों में कांग्रेस नेताओं और विभिन्न दलों के पदाधिकारियों ने राहुल गांधी के साथ एकजुटता दिखाने के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। देश भर में सत्याग्रह किया गया था।