प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अगस्त को मध्यप्रदेश के सागर आ रहे हैं। वे यहां संत रविदास के स्मारक का शिलान्यास करेंगे। यह भव्य स्मारक नागर शैली में बनाया जाएगा। जिसमें उनके दोहे और शिक्षाएं उकेरी जाएंगी। स्मारक में चार गैलरी होंगी। चार दीर्घाओं में से पहली दीर्घा में संत रविदास का जीवन, दूसरे में व्याख्या केंद्र, तीसरे में रविदासिया पंथ के उनके दर्शन और शिक्षाएं और चौथे में उनकी कविता और साहित्य पुस्तकालय और संगत हॉल होंगे। स्मारक के पास जलकुंड, श्रद्धालुओं के लिए आवास और भोजनालय बनाया जाएगा।
- प्रधानमंत्री करेंगे रविदास मंदिर निर्माण का शिलान्यास
- प्रदेश भर में निकाली गईं संत रविदास समरसता यात्रा
- यात्रा के बहाने दलित वोटर्स का साधने की कवायद
- सागर में 12 अगस्त को संपन्न होंगी समरसता यात्रा
- 12 अगस्त से प्रारंभ होगा मंदिर निर्माण का काम
- संत रविदास पर संग्राम
- ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’
- ये हैं संत रविदास के अनमोल वचन
- छुआछूत और अज्ञानता के खिलाफ थे संत रविदास
संत रविदास का मंदिर नागर शैली में करीब दस हजार वर्ग फीट में बनाया जायेगा। यहां पर इंटरप्रिटेशन म्यूजियम भी बनेगा। इसके साथ ही संस्कृति और रचनात्मकता के साथ संत रविदास के कृतित्व और व्यक्तित्व को प्रदर्शित करने के लिए संग्रहालय भी बनाया जाएगा। संग्रहालय में 4 गैलरी बनेंगी। जिनमें भक्ति मार्ग और निर्गुण पंथ में योगदान के साथ संतजी का दर्शन और उनके साहित्य, समरसता का विवरण भी दर्ज किया जाएगा। मंदिर में लाइब्रेरी के अलावा जल कुंड, संगत हाल, भक्त निवास को भी तैयार किया जायेगा। अध्यात्मिक सुविधाओं से युक्त यह मंदिर होगा। भक्त निवास में देश ही नहीं विदेश से भी संत रविदास के अनुयायी के साथ अध्येता आएंगे। जिन्हें संत रविदास के जीवन से प्रेरणा मिलेगी। 15 हजार वर्गफीट में भोजनालय का निर्माण होगा। मंदिर में दो भव्य प्रवेशद्वार बनाए जाएंगे। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरे और लाइटिंग की व्यवस्था भी यहां विशेष तौर पर रहेगी।
100 करोड़ रुपये से बनेगा रविदास मंदिर
बुंदेलखंड अंचल के दलित मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी सरकार सागर में संत रविदास मंदिर का निर्माण करा रही है। जिस पर करीब 100 करोड़ खर्च होंगे। इससे पहले मध्यप्रदेश के सभी जिलों में संत रविदास मंदिर निर्माण यात्रा निकाली जा रही हैं। इन यात्राओं का समापन 12 अगस्त को सागर में होगा।
फरवरी में की थी स्मारक बनाने की घोषणा
सीएम शिवराज ने इसी साल 8 फरवरी को संत रविदास स्मारक निर्माण की घोषणा की थी। जिसके बाद अब इसका शिलान्यास किया जाएगा। इसी स्मारक के निर्माण के लिए समरसता यात्रा निकाली गईं। बता दें इस निर्माण कार्य के लिए 313 विकास खंडों से मिट्टी और जल एकत्रित किया गया। संत रविदास मंदिर निर्माण समरसता यात्रा 12 अगस्त को सागर में सम्पन्न हो रही हैं। समरसता यात्रा प्रदेश के 50 जिलों से होकर गुजरी। यात्रा के दौरान 313 विकास खंडों से मंदिर निर्माण के लिए मिट्टी और जल का संकलन किया। जिसका उपयोग मंदिर निर्माण में होगा। इस पूरी यात्रा में 53 हजार गांव से मिट्टी और 315 नदियों का जल एकत्रित किया गया। बता दें यात्रा के दौरान संत रविदास के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित रथ भी साथ चलेगा। दरअसल 8 फरवरी 2023 को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सागर में स्मारक निर्माण की घोषणा की थी।
80 लाख मतदाताओं पर प्रभाव
मप्र विधानसभा चुनाव से ठीक चार माह पहले पीएम इस मंदिर निर्माण का भूमिपूजन कर रहे हैं। जिसके सियासी मायने भी हैं। भाजपा का गेम प्लान इसके जरिए दलित वोट बैंक में सेंध लगाना है। हालांकि ये समय ही बताएगा कि इस मंदिर का निर्माण बीजेपी को चुनाव में फायदा पहुंचाएगा या नहीं। विधानसभा की 84 सीटों पर 80 लाख दलित मतदाता हार-जीत तय करते हैं।