War Memorial:देश आज अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया। इसके साथ ही सुबह साढ़े 10 बजे से गणतंत्र दिवस की परेड और झांकियों का कार्यक्रम शुरू हो गया। बता दें इस गणतंत्र दिवस पर इजिप्ट, यानी मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी चीफ गेस्ट हैं। परेड में राज्यों, विभागों और आर्म्ड फोर्सेस की 23 झांकियां शामिल की गई हैं।
परेड से पहले गुरुवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद वे वार मेमोेरियल पहुंचे। जहां शहीदों को शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस व तीनों सेना प्रमुख भी उनके साथ मौजूद रहे।
वीर जवानों की याद में बनाया है वार मेमोरियल
मेमोरियल को देश की रक्षा की खातिर शहीद होने वाले 25 हजार 942 से वीर जवानों की याद में बनाया गया है। नेशनल वॉर मेमोरियल को ऐसे तैयार किया गया है। जिससे राजपथ और इसकी भव्य संरचना के साथ कोई छेड़छाड़ न हो। छह भुजाओं (हेक्सागोन) वाले आकार में बने मेमोरियल के केंद्र में 15 मीटर ऊंचा स्मारक स्तंभ बनाया गया है। इस पर भित्ति चित्र, ग्राफिक पैनल, शहीदों के नाम और 21 परमवीर चक्र विजेताओं की मूर्ति बनाई गई है। स्मारक चार चक्रों पर केंद्रित है- अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र, रक्षक चक्र। इसमें थल सेना, वायुसेना और नौसेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है। शहीदों के नाम दीवार की ईंटों में उकेरे गए हैं। स्मारक का निचला भाग अमर जवान ज्योति जैसा है।
इंडिया गेट 1931 में बना, 1972 में अमर जवान ज्योति
दुनिया के बड़े देशों में सिर्फ भारत में ही अब तक युद्ध स्मारक का निर्माण नहीं हुआ था। अंग्रेजों ने पहले विश्व युद्ध में शहीद भारतीयों की याद में 1931 में इंडिया गेट बनवाया था। 1971 के युद्ध में शहीद हुए 3843 सैनिकों के सम्मान में अमर जवान ज्योति बनाई गई थी।