प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने पांच बड़े बदलाव किये हैं। जिनका असर भी आज सोमवार 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर हो रहे अमृत स्नान के दौरान दिखाई दे रहा है। बता दें सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ के बाद महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और अब पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। जिससे मेला क्षेत्र में अब तक किसी भी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई।। इसके साथ ही सभी तरह के VVIP पास भी रद्द कर दिए गए थे। इसके अतिरिक्त शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री को अगली मंगलवार चार फरवरी तक प्रतिबंधित कर दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा के बाद नए निर्देश जारी किए थे। जिनका असर आज सोमवार को नजर आ रहा है।
- त्रिवेणी संगम तट पर 10 किमी तक भीड़
- सीएम योगी स्वयं कर रहे मॉनिटरिंग
- 3 बजे से लखनऊ वार रूम में सीएम कर रहे मॉनिटरिंग
- महाकुंभ मेला क्षेत्र अब नो-व्हीकल जोन
- योगी सरकार ने रद्द किये सभी VVIP पास
- वन वे रूट भी किया तैयार
- महाकुंभ में भगदड़, किये 5 बड़े बदलाव
स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर की गई हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा
महाकुंभ की तीसरा अमृत स्नान आज सोमवार को बसंत पंचमी के अवसर पर तड़के से शुरू हो चुका है। जिसमें देश और दुनिया से लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाते नजर आ रहे हैं। अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सुबह आठ बजे तक करीब 62 लाख से अधिक श्रद्धालु ने पवित्र संगम पर डुबकी लगा चुके थे। मेला प्राधिकरण के अनुसार संगम घाट पर नागा साधु संतों और आम श्रद्धालुओं के स्नान के दौरान आकाश से हेलीकॉप्टर के जरिए पुष्पवर्षा की गई। आज बसंत पंचमी पर हर कोई अमृत स्नान का अलौकिक आनंद लेते नजर आ रहा है। चारों तरफ हर हर गंगे का जयघोष सुनाई दे रहा है।
उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले अमृत स्नान के दौरान महाकुंभ में भगदड़ के बाद आगे आने वाले दिनों में होने वाले स्नानों को लेकर कई खास इंतजाम किये हैं। महाकंभ में अमृत स्नान को देखते हुए पांच बड़े बदलाव किए गए हैं। मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित करते हुए अब संगम क्षेत्र में किसी प्रकार के वाहन नहीं आ पाएंगे। वहीं सरकार की ओर से सभी VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं। किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। बता दें कि एक दिन पहले मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में हुई भगदड़ में करीब 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। जबकि 60 श्रद्धालु गंभीर रुप से घायल हो गए। इनमें से 36 श्रद्धालुओं का अभी अस्पताल में उपचार जारी हैं। जबकि प्राथमिक उपचार के बाद 24 श्रद्धालुओं को उनके परिजन अपने साथ लेकर घर की ओर रवाना कर दिया गया है।
महाकुंभ में किये ये बड़े बदलाव
महाकुंभ मेला क्षेत्र अब पूरी तरह नो-व्हीकल जोन हो गया है। यहां पर अब 4 फरवरी तक सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। VVIP पास भी किये रद्द अब किसी भी तरह का विशेष पास मान्य नहीं होगा। जिसके जरिए वाहन को भी प्रवेश नहीं मिलेगा। महाकुंभ मेला क्षेत्र के रास्ते किए गए वन-वे कर दिए गए हैं। श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए अब मेला क्षेत्र में एक तरफा मार्ग व्यवस्था को लागू किया गया है। मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है। प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले सभी वाहनों को जिले की सीमा पर रोक दिया जा रहा है। यह सभी प्रतिबंध 4 फरवरी तक लागू रहेंगे। शहर में चार पहिया भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश
महाकुंभ मेला प्रशासन का कहना है कि कई बदलावों का उद्देश्य महाकुंभ मेला क्षेत्र में आने वाली भीड़ को नियंत्रित करना है। जिसका असर आज बसंत पंचमी के मौके पर दिखाई दे रहा है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाने के साथ श्रद्धालुओं से भी यह अपील की गई है कि वे प्रशासन की ओर से जारी किये गये निर्देशों का पालन करें।
(प्रकाश कुमार पांडेय)