प्रयागराज महाकुंभ Mahakumbh—2025 में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ हर दिन उमड़ रही है। पतित पावनी गंगा के त्रिवेणी संगम पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालु प्रयागराज बस और ट्रेन ही नहीं पर्सनल और लोडिंग वाहनों से भी आ रहे हैं। हालांकि इस दौरान जहां सड़क मार्ग से आने वाले इन यात्रियों को कई स्थानों पर जाम के झाम से जूझना पड़ रहा है। तो वहीं, रेल में सवार होकर आने वाले श्रद्धालुओं को भी दिक्कतें कम नहीं है। उन्हें भी रेल में भीड़ का सामना करना पड़ रहा है।
- प्रयागराज का स्टेशन बंद
- गाड़ियों की एंट्री पर भी लगी पाबंदी
- आधे रास्ते से लौटाए जा रहे श्रद्धालु
- महाकुंभ की महाभीड़ से तीर्थ नगरी में त्राहिमाम
- प्रयागराज महाकुंभ में बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़
- प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया
प्रयागराज सीमा से लगे आसपास के जिलों कटनी, सतना और रीवा, बनारस, कानपुर, फतेहपुर के स्टेशन पुरी तरह से फुल हैं। यात्रियों को स्टेशन पर पैर रखने का भी स्थान नहीं मिल रहा है। इसके अतिरिक्त जिन यात्रियों का टिकट कन्फर्म हैं। उन्हें भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यात्रा में परेशानी का आलम यह है कि सेकेंड एसी के साथ थर्ड एसी भी जनरल कोच की तरह नजर आ रहे हैं।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती जा रही भीड़ देखते हुए प्रयागराज प्रशासन अलर्ट मोड पर है। इसके चलते सीमावर्ती जिले से श्रद्धालुओं को वापस बैरंग लौटाया जाने लगा है। वहीं प्रयागराज स्थित स्टेशन को भी अगली 14 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है।
प्रयागराज शहर में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं को अब ट्रेन का टिकट नहीं मिल रहा है। इसके चलते पर्सनल वाहन से भी श्रद्धालु महाकुंभ में आ रहे हैं। जिसके चलते प्रयागराज में दिन ही नहीं रात में भी जाम लग रहा है। जाम की तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखाई दे रही है। कैसे श्रद्धालुओं के वाहनों से पूरा प्रयागराज शहर जाम हो गया है।
रीवा जिले में वसूलीबाज सक्रिय, श्रद्धालुओं से हो रही अवैध वसूली
प्रयागराज महाकुंभ के चलते यातायात बढ़ गया है। इसकी व्यवस्था में लगे रीवा जिले भर के अधिकारियों की व्यस्तता में वसूलीवाजों की मौज हो रही है। महाकुंभ से आने वाले श्रद्धालुओं से नगर निगम सीमा में एंट्री के नाम पर 100 से 200 रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। रीवा जिले में एक ओर जहां जिले भर के अधिकारी कर्मचारी प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हैं। श्रद्धालुओं के खाने पीने की व्यवस्था में प्रशासन जुटा है। वहीं दूसरी ओर महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं से यहां नगर निगम सीमा में एंट्री के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। लौटने वाले श्रद्धालुओं से 100 से 200 रुपए वसूले जा रहे हैं।
महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालु बीना के लक्ष्मण कुशवाहा ने इसका खुलासा किया है। उन्होंने बताया वसूली कर रहे युवक ने 100 रुपए नगर निगम एरिया में एंट्री के नाम पर वसूले। जिसकी कोई पर्ची भी नहीं दी गई। ऐसा हर श्रद्धालु के साथ किया जा रहा है। वहीं वसूली से नगर निगम के अधिकारी जान कर भी अनजान बने हैं। अवैध वसूली करने वाले लोग वसूली करने में मस्त हैं। अवैध वसूली को लेकर नगर निगम कमिश्नर को भी जानकारी दी लेकिन कभी इन वसूलीवाजों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। वसूली वाज अपने आप को नगर निगम का कर्मचारी बताकर रातहरा, चोरहटा, चिरहुला, बिछिया में अवैध वसूली करने में जुटे हैं।