महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद से ही नेताओं में व्याकुलता बढ़ गई है। इन चुनाव के नतीजे भले ही शनिवार 23 नवंबर को आएंगे, लेकिन दोनों राज्यों में सियासी हलचल बढ़ती नजर आ रही है। दोनों ही राज्यों में मतदान के बाद जारी एग्जिट पोल में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को बढ़त मिलती नजर आ रही है। ऐसे में दोनों ही गठबंधन मतगणना से पहले सक्रिय हो गए हैंं।
एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन बहुमत के नजदीक पहुंचता नजर आ रहा है तो झारखंड में भी बीजेपी गठबंधन के प्रत्याशियों के बड़ी संख्या में जीतने की संभावना जताई गई है। इसके चलते महाराष्ट्र से लेकर भाजपा मुख्यालय तक बैठकों का दौर जारी है।
- महाराष्ट्र और झारखंड में मतगणना से पहले बैठकों का दौर
- मतदान के बाद से ही बढ़ी नेताओं में व्याकुलता
- 23 नवंबर को आएंगे चुनाव के नतीजे
- दोनों राज्यों में सियासी हलचल बढ़ी
- नई दिल्ली में मंथन में जुटे भाजपा के सीनियर नेता
- संघ प्रमुख से मिले डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस
- कांग्रेस की प्रत्याशियों के साथ अहम बैठक
नई दिल्ली में भाजपा के सीनियर नेता लगातार मंथन में जुटे हैं। इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जहां संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत से मुलाकात की तो वहीं दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में हलचल नजर आई। दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा नेअपने निवास पर भी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक बुलाई। सूत्रों के अनुसार नड्डा की इस बैठक में महाराष्ट्र और झारखंड को लेकर तो चर्चा की ही गई, इसके अलावा दिल्ली में अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी मंथन किया गया।
नागपुर में देवेंद्र फडणवीस ने संघ मुख्यालय पहुंचकर संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत और भैयाजी जोशी दोनों से मुलाकात की। जिसके कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। मतदान के बाद जारी एग्जिट पोल में महाराष्ट्र की सत्ता फिर महायुति गठबंधन को मिलती दिखाई दे रही है। बहुमत महायुति को मिलने का अनुमान लगाया गया है। जिनमें बीजेपी को विधानसभा की सबसे अधिक सीटें मिलती हुईं दिखाई गई हैं। इस बार महाराष्ट्र में मतदान भी करीब 65 प्रतिशत से अधिक हुआ है। ऐसे में भाजपा के नेता दावा करते नजर आ रहे हैं कि अधिक मतदान महायुति के पक्ष में ही हुआ है।
ऐसे में यह माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में महायुति की सरकार अगर फिर से बनती है तो सीएम बीजेपी के खेमे का ही होगा। क्योंकि मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे पहले ही यह कह चुके हैं कि वे इस बार मुख्यमंत्री की रेस में नहीं हैं। जिससे में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की सीएम पद पर दावेदारी और ज्यादा मजबूत हो गई है। सूत्र बताते हैं कि फडणवीस की मुलाकात में संघ की ओर से भी ग्रीन सिग्नल उन्हें मिल चुक है। इसके साथ ही देवेन्द्र फडणवीस को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नजदीकी माना जाता है। एग्जिट पोल के अनुमान सही निकलता है तो इस बार महाराष्ट्र में भाजपा का सीएम बनने की दावेदारी मजबूत हो सकती है।
रिजल्ट से पहले महाराष्ट्र कांग्रेस की बैठक
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अब कुछ ही घंटे का समय बचा है। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों दलों में हलचल तेज हो गई है। महाराष्ट्र कांग्रेस की ओर से आज शुक्रवार 22 नवंबर को अपने नेताओं की एक बैठक बुलाई है। जिसमें पार्टी के सभी प्रत्याशियों का होना जरूरी है। हालांकि यह सभी प्रत्याशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में जुड़ेंगे। इस दौरान प्रत्याशियों से मतदान का फीडबैक लिया जाएगा।
(प्रकाश कुमार पांडेय)