ट्रॉफिक की समस्या को सुलझाने के लिए देश का यह राज्य जल्द शुरू करने जा रहा है पॉड टैक्सी, बनाएगा दुनिया का सबसे लंबा कॉरिडोर,

 

देश में जल्द ही नए तरह के परिवहन की शुरूआत होने जा रही है. उत्तरप्रदेश प्रशासन ने पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट को मंजूरी दें दी है. युमना विकास प्राधिकरण द्वारा 14 किलोमीटर लंबे पॉड टैक्सी कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. यह कॉरिडोर दुनिया का सबसे लंबा पॉड टैक्सी कॉरिडोर होगा जिसका लंबाई 14.2 किलोमीटर होगी. बता दें अभी दुनिया का सबसे लंबा कॉरिडोर अमेरिका में मॉगर्नटाउन शहर में है जिसकी लंबाई 12.2 किमी है.अगले सप्ताह प्रोजेक्ट के ग्लोबल टेंडर जारी कर दिए जाएंगे. प्रशासन ने अथॉरिटी को परियोजना को 2026 तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं.

 

फिल्म सिटी और नोएडा एयरपोर्ट के बीच होगा रूट
नोएडा के नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच पर्सनल रैपिड ट्रांजिट प्लान तैयार किया है.पॉड टैक्सी का डीपीआर भारतीय पोर्ट रेल और रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IPRRCL) द्वारा तैयार किया गया था, जिसे यीडा बोर्ड(यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के सामने रखा गया . यीडा बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव को सरकार के पास भेजा गया था. प्रदेश सरकार से प्रोजेक्ट पर हरी झंडी मिल गई है.यीडा बोर्ड अगले हफ्ते तक टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर देगा.

 

क्या होती है पॉड टैक्सी ?
पॉड टैक्सी नए जमाने की इलेक्ट्रिक टैक्सी है जो बिना ड्राईवर के चलती हैं. आसान भाषा में समझाएं तो ये एक तरह की छोटी ऑटोमेटिक कारे होती है जो तेज गति से लोगों को एक जगह से दूसरी जगह लें जा सकती है. ट्रॉफिक की समस्या को सुलझाने के लिए ,लंदन सिंगापुर, दुबई , अबुधाबी जैसी जगहों पर इनका इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि एक पॉड टैक्सी में करीब 13 लोग बैठ सकते है. आने वाले समय में देश की ट्रैफिक की समस्या को सुलझाने में यह टैक्सियां बड़ा किरदार अदा कर सकती हैं.

 

टैक्सी के रूट पर होंगे 12 स्टेशन
पोड टैक्सी नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी के बीच चलाई जाएगी. इसके लिए इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कार्पोरेशन लिमिटेड ने 14 किलोमीटर का रूट प्लान किया है. इस रूट पर 12 स्टेशन बनाने जाएंगे, जिसमें सेक्टर 29, हैंडिक्रॉफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क, अपेरेल पार्क, सेक्टर 32, सेक्टर 33, टॉय पार्क और सेक्टर 21 आदि शामिल हैं. पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट के शुरू होने से नोएडा , गुरूग्राम और दिल्ली के बीच लंबे ट्रैफिक जाम की स्थिति नहीं बनेगी.

 

2026 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट की डेडलाइन दिसंबर 2026 सेट की गई है. प्रोजेक्ट को तैयार करने में 810 करोड़ रूपए का खर्च आने वाला है. पॉड टैक्सी बड़ी संख्या में यात्रियों को ले जाने का काम करेगी. तैयार किए गए प्रोजेक्ट के मुताबित पॉड टैक्सी से हर दिन 37 हजार यात्री सफर करेंगे.

 

18 देशों में चलती है पॉड टैक्सी
आपको बता दें कि पॉड टैक्सी दुनिया की हाईटैक टैक्सी सर्विस है. ये ड्राईवरलेस होती है. 18 देशों ने इसकी शुरूआत की थी, लेकिन अभी 8 देशों में ही इसका संचालन किया जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक जहां लंदन की पॉड टैक्सी मुनाफे में हैं, वहीं अबु धाबी की पॉड टैक्सी सर्विस घाटे में चल रही है.

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