संसद के मानसून सत्र के 8वें दिन 31 जुलाई को केंद्र सरकार संसद में 6 नए बिल पेश करने वाली है। जिसमें प्रमुख रुप से 90 साल पुराना एयरक्राफ्ट एक्ट बिल-1934 को बदले जाने की उम्मीद है। इसके अलावा विपक्ष इंडिया गठबंधन आज एक बार फिर अग्निवीर और NEET विवाद के साथ रेल हादसों को लेकर मोदी सरकार पर को घेरने की तैयारी के साथ सदन में पहुंचा है।
- लोकसभा में जाति विवाद को लेकर हंगामा
- किरेन रिजीजू बोले कांग्रेस हिंसा भड़काती है
- कांग्रेस जाति जाति करते है
- कांग्रेस ने सेना का मनोबल गिराया
बता दें सत्र के छठवें दिन संसद में बजट और दिल्ली हादसे की गूंज रही। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बजट की तुलना महाभारत के चक्रव्यूह से की थी। राहुल ने कहा था कि हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर 6 लोगों ने मारा था। चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह, जो कमल के फूल के शेप में होता है। इसके अंदर डर और हिंसा होती है।
केन्द्र सरकार पेश करने वाली है 6 बिल
अब संसद के मानसूत्र सत्र का आठवां दिन है। केंद्र सरकार 6 नए बिल पेश कर सकती है। इसमें 90 साल पुराना एयरक्राफ्ट एक्ट बिल-1934 बदला जा सकता है।तो वहीं इसके अलावा विपक्ष आज एक बार फिर अग्निवीर, NEET विवाद और रेल हादसों को लेकर सरकार का घेराव करने की तैयारी में नजर आ रहा है।
जबकि संसद सत्र के सातवें दिन अग्निवीर के साथ जातिगत जनगणना पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भिड़ गए थे अनुराग ठाकुर ने भले ही राहुल गांधी का नाम नहीं लिया हो लेकिन उनकी टिप्पणी सदन में हंगामा मच गया। विपक्ष की ओ से इतना हंगामा किया गया कि आखिर अुनराग ठाकुर की उस टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से निकालना पड़ा।
ठाकुर ने यहा भी कहा था कि आपके बोलने के लिए पर्ची आती है। उधार की बुद्धि से राजनीति नहीं चलती, हालांकि राहुल गांधी का नाम अनुराग ने फिर भी नहीं लिया। अनुराग ठाकुर ने एक फिर यह कहकर विपक्ष को भड़का दिया कि आजकल कुछ लोगों पर जाति जनगणना का भूत सवार है। जिसे जाति का पता नहीं, वो जाति जनगणना कराना चाहते हैं। इस टिप्पणी पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने तो अनुराग ठाकुर पर उन्हें गाली देने का आरोप लगाया तो अखिलेश भी कहां चुप रहने वाले थे, अखिलेश ने कहा – कोई किसी की जाति कैसे पूछ सकता है।
हलवा यूपीए के समय से ही बांटा जा रहा है-वित्तमंत्री
इससे पहले 30 जुलाई को मानसून सत्र के सातंवें दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पर सांसदों के पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा वित्त मंत्री की ओर से ही बजट से पहले हलवा बांटने की परंपरा तत्कालीन UPA की सरकार के दौरान शुरू की गई थी। तब किसी भी सदस्य ने यह पूछा था कि क्या बजट बनाने वाले अफसरों में SC के है, ST के है या कितने ओबीसी के हैं। बता दें नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बजट के पहले वित्त मंत्रालय की ओर से की जाने वाली हलवा सेरेमनी पर सवाल उठाए थे। राहुल ने उस वक्त की फोटो भी सदन में लहराई थी और पूछा था कि इसमें एक भी दलित, आदिवासी, या पिछड़े वर्ग का अफसर उन्हें नहीं दिख रहा है। महज 20 अफसरों ने बजट तैयार किया है।
छठवें दिन दिल्ली हादसे की गूंज
संसद सत्र के छठवें दिन सदन में बजट और दिल्ली हादसे की गूंज सुनाई दी नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जब बजट की तुलना महाभारत के चक्रव्यूह से की तो सदन में जोरदार हंगामा मच गया था। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की ओर से कहा गया कि हजारों साल पहले एक बार कुरुक्षेत्र में भी अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाकर 6 लोगों ने मारा था। अब इस चक्रव्यूह का दूसरा नाम भी है जो है पद्मव्यूह। यह दरअसल कमल के फूल के समान होता है। इसके अंदर डर और हिंसा होती है। अब 21वीं सदी में भी एक नया ‘चक्रव्यूह’ रचा है जो कमल के फूल के रूप में तैयार किया गया है। जिसका चिह्न पीएम अपने सीने पर लगाकर चलते हैं।