पुजारा के बाद कौन होगा भारतीय टेस्ट टीम का नंबर 3 ? इन तीन खिलाड़ियों की दावेदारी मजबूत

वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत की  टेस्ट टीम का ऐलान हो गया है.  टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में हार के बाद टीम में बदलावों का दौर भी शुरू हो चुका है. चेतेश्वर पुजारा को बढ़ती उम्र और खराब प्रदर्शन के चलते टीम से बाहर कर दिया गया है और यंग खिलाड़ियों को मौका दिया गया . यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ को टीम में शामिल किया गया हैं. पुजारा लंबे समय से टीम की 3 नंबर पोजिशन पर दीवार की तरह अडिग थे, लेकिन अब उनके जाने के बाद इस पोजिशन पर कौन खेलेगा, इसकी चर्चा शुरू हो चुकी है. नंबर 3 पोजिशन के लिए भारतीय टीम में कई दावेदार, लेकिन यह 3 खिलाड़ी रेस में आगे दिखाई दें रहे हैं.चलिए आपको इन खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं.

 

1. यशस्वी जायसवाल पहली पसंद
टेस्ट टीम की नंबर 3 पोजिशन के लिए बाएं हाथ के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल का नाम सबसे आगे चल रहा है. यशस्वी का डोमेस्टिक और आईपीएल दोनों में अच्छा प्रदर्शन रहा है , ऐसे में बीसीसीआई और भारतीय टीम जायसवाल को टीम में शामिल कर सकती है. आम तौर पर जायसवाल ओपनिंग करते है , लेकिन रोहित और गिल के रहने से यशस्वी को ओपनिंग स्लॉट नहीं मिलेगा. बता दें कि ईरानी कप में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए यशस्वी ने शानदार प्रदर्शन किया था.

 

2.ऋतुराज गायकवाड़ है अनुभवी
आईपीएल और डोमेस्टिक में शानदार प्रदर्शन का फल बीसीसीआई ने ऋतुराज को दिया है. ऋतुराज को टेस्ट टीम में जगह दी गई है. अपने स्टेट के लिए गायकवाड़ नंबर 3 पर ही खेलते है और उन्हें इस पोजिशन पर खेलने का अच्छा खासा अनुभव है. गायकवाड़ के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट के 30 मैचों में में 4 शतक भी दर्ज है.

 

3. शुभमन गिल को छोड़नी होगी जगह
शुभमन गिल इस समय भारतीय टीम के ओपनर है, लेकिन नए खिलाड़ियों के आने से टीम शुभमन को तीसरी पोजिशन पर शिफ्ट कर सकती है. शुभमन को भी नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने का अच्छा खासा अनुभव है. वे अपने क्रिकेटिंग करियर के शुरूआती दिनों से ही नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते थे. लेकिन टीम में ओपनिंग की जिम्मेदारी मिलने के बाद उन्होंने ओपनिंग शुरू कर दी.

हालांकि इसके अलावा नंबर 4 और नंबर 5 पर खेलने वाले विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे को भी नंबर 3 पर बल्लेबाजी करनी पड़ सकती है. ऐसा इसलिए किया जा सकता है क्योंकि टीम में नए यंग खिलाड़ी शामिल किए जा रहे है. ऐसे में उन खिलाड़ियों पर से दबाब हटाने के लिए बीसीसीआई यह कदम उठा सकता है.

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