साल 2022 में मध्यप्रदेश विश्व के पटल पर आया। इसकी कई सारी वजह रहीं जिन्होंने मध्यप्रदेश को 2022 में वैश्विक सुर्खियों में रखा। आइए जानते है कौन कौन से बड़े घटनाक्रम थे जिनके चलते मध्यप्रदेश की नाम विश्व में जाना गया
नामीबिया के चीतों का मध्यप्रदेश आना
नामीबिया के आठ चीते मध्यप्रदेश आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन चीतों को अपने 72 वें जन्मदिन पर कूनो नेशलन पार्क में छोड़ा।नामीबिया के चीतों को स्पेशल प्लेन से लाया गया और मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया। कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया। पूरे 8 चीते नामिबिया से लाए गए औऱ भारत लाकर इनका नामकरण भी किया गया। पूरे 70 साल बाद चीतों को हिंदुस्तान की धरती पर फिर लाया गया।
महाकाल कॉरिडोर का उज्जैन में बनना
मंदिरों के शहर उज्जैन में महाकाल लोक कॉरिडोर का विकास भी 2022 में हुआ। 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल कॉरिडोर को जनता को समर्पित किया। ये कॉरिडोर 900 मीटर लंबा है। इस परियोजना से धार्मिक शहर में तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा होगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेगे।
महाकाल लोक परियोजना की कुल लागत 856 करोड़ रुपये है, जिसमें पहले चरण में 351 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
महाकालेश्वर मंदिर में कॉरिडोर बनने से भक्तों को दर्शन में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी और बेहतर सुविधाऐं भी मिल सकेंगी।
गलियारे में 108 खूबसूरत अलंकृत खंभे हैं जिनमें शिव के ‘आनंद तांडव स्वरूप’ (भगवान शिव का नृत्य रूप), भगवान शिव और देवी शक्ति की 200 मूर्तियों और भित्ति चित्रों को दर्शाते हैं।
जनजातीय गौरव दिवस
मध्यप्रदेश में बिरसा मुंडा की जयंती पर बड़ा कार्यक्रम किया गया. बिरसा मुडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस का नाम दिया गया। मध्यप्रदेश में आदिवासी जनसंख्या और आदिवासी वोट दोनों को ध्यान में रखकर जनजातीय गौरव दिवस का ऐलान किया और इस दिन सरकारी छुट्टी का भी प्रावधान रखा।
आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती का दिन, आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया गया।
2022 इंदौर ने लगाया स्वच्छता का छक्का
2022 में मध्यप्रदेश के मिनी मुंबई ने स्वच्छता का छक्का लगाया। इंदौर छटी बार देश के सबसे स्वच्छ शहर में शुमार हुआ। इंदौर की इस सफलता के किस्से देश के साथ साथ विदेशों में भी मशहूर हुए।