कांग्रेस की उच्चाधिकार प्राप्त सर्वोच्च समिति माने जाने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्लूसी) सहित एआईसीसी का पूरा स्वरूप बहुत संभावना है कि जुलाई के पहले हफ्ते में सामने आ जाएगा। गुरुवार को एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच एआईसीसी के रंगरूप को लेकर व्यापक चर्चा होनी है। सूत्रों के मुताबिक प्रियंका गांधी के लिए संगठन में कुछ बडी जिम्मेदारी प्रस्तावित है। एक सुझाव ये भी है कि महासचिव, चुनाव, के नाम से एआईसीसी संगठन में नया पद सृजित कर प्रियंका गांधी को ऑफर की जाए। इस विषय पर भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से विमर्श करेंगे।
प्रियंका गांधी ने दिया था इस्तीफा
प्रियंका गांधी ने उप्र विस चुनाव में कांग्रेस की करारी हार की जिम्मेदारी बतौर प्रभारी खुद पर लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था, मगर चुनावी मौसम में हर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से सबसे ज्यादा डिमांड प्रियंका गांधी की ही रहती है। एआईसीसी महासचिवों समेत कई अन्य पदों पर नई नियुक्तियां प्रस्तावित हैं। महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और झारखंड प्रदेश अध्यक्षों को बदला जाना है। सबसे ज्यादा मशक्कत इस बात को लेकर हुई है कि एआईसीसी महासचिव संगठन, केसी वेणुगोपाल की जगह किसी उत्तर भारतीय नेताओं को मौका दिया जाए,या नहीं!
वेणुगोपाल ने राहुल को दी थी सीट
खडगे कर्नाटक से हैं और वेणुगोपाल केरल से, दोनों दक्षिण राज्य से हैं। दोनों हिंदी भाषी नहीं है, इसीलिए कांग्रेस अध्यक्ष बैलेंस बनाने के लिए वेणुगोपाल की जगह किसी हिंदी भाषी प्रदेश के नेता को जगह देना चाहते हैं। मगर, वेणुगोपाल राहुल गांधी के चहेते रहे हैं। उन्होंने अपनी लोकसभा सीट राहुल गांधी के लिए खाली की थी इसीलिए इस पर भी अंतिम फैसला मल्लिकार्जुन खडगे राहुल गांधी पर छोडेंगे। सूत्रों ने बताया कि मल्लिकार्जुन खडगे ने पूरी फेहरिस्त तैयार कर ली है, बस राहुल गांधी समेत कुछ वरिष्ठ नेताओं से मशविरा के बाद एआईसीसी के नये स्वरूप को आधिकारिक जामा पहना दिया जाएगा।
35 की जा सकती है सदस्यों की संख्या
सीडब्लूसी को ज्यादा समावेशी बनाने की दृष्टि से इस बार सर्वोच्च नीति निर्धारक समिति में 50 फीसदी दलित और पिछडे वर्ग के ऐसे नेताओं को मौका दिया जा रहा है जिनकी उम्र 50 साल से से नीचे है। कांग्रेस अध्यक्ष खुद 81 साल के हैं लेकिन कांग्रेस में युवा जोश भरने के लिए ऊर्जावान नेताओं को तरजीह दिये जाने का फैसला किया गया है। रायपुर के कांग्रेस अधिवेशन किये गये फैसले को लागू करने के लिए ही सीडब्लूसी के लिए चुनाव नहीं बल्कि अध्यक्ष द्वारा नामित किया जा रहा है। सीडब्लूसी में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के स्वत: सदस्य बनाये जाने का संवैधानिक प्रावधान है इसीलिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी सीडब्लूसी के सदस्य रहेंगे। इनके साथ सदस्यों की कुल संख्या 24 से बढाकार 35 किया जाना प्रस्तावित है।