भाजपा ने ढूंढा विपक्षी एकता का काट: ये रही पूरी रणनीति

भाजपा एनडीए का कुनबा बढ़ाने में जुट गई

विपक्षी दल एकजुट होने के लिए उतावले दिख रहे हैं। कांग्रेस को भी लगता है कि एकता के साथ चलेंगे तो सियासी नैया पार हो जाएगी। यही वजह है कि संभवत: सोनिया गांधी बेंगलुरु में आयोजित हो रही बैठक में शिरकत करें। भाजपा भी जानती है कि विपक्षी एकता उसके लिए फायदेमंद नहीं है। ऐसे में कुछ न कुछ नेहले पर देहला देना ही होगा। नतीजा ये रहा है कि वे उधर विपक्ष को एकजुट करने के लिए अपनी तैयारी में लगे हुए हैं और इधर भाजपा एनडीए का कुनबा बढ़ाने में जुट गई। सियासी गोटियां कहां और कैसे फिट करना है भाजपा अच्छी तरह जानती है। समय समय पर पार्टी बताती भी रही है कि भाजपा चुनौतियों को चीरने में किसी से कम नहीं है।

सपा के लिए चुनौती बनेंगे राजभर

विपक्षी एकता के जवाब में भाजपा ने सुहेदेव भारतीय समाज पार्टी यानी सुभासपा अब एनडीए में शामिल करके दे दिया है।इसी जानकारी पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने ट्वीट करके दी है। राजभर के एनडीए में जाने से सपा को बड़ा झटका है। वजह ये है कि विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा में जाने से सपा को पूर्वांचल की सीटों पर नुकसान हो सकता है। यहां सुभासपा काफी मजबूत मानी जाती है और यहां की राजनीति जाति के इर्द गिर्द घूमती है। राजभर जाति का प्रभाव वाराणसी,भदोही,बलिया,जौनपुर, घोसी,लालगंज,गाजीपुर,अंबेडकरनगर, आजमगढ़,इलाहाबाद,चंदौली,फैजाबाद,बस्ती, गोरखपुर, मछलीशहर, लालगंज में है। पूर्वांचल की करीब 16 सीटों पर राजभर का प्रभाव है। जिसका फायदा भाजपा को मिल सकता है।

हारी हुई सीटों पर है भाजपा का फोकस

भारतीय जनता पार्टी 2019 में जिन लोकसभा सीटों पर हारी थी उस पर फोकस कर रही है। पार्टी जानती है कि इन सीटों को जीतने पर लक्ष्य की पूर्ति होगी। ऐसे करीब 16 सीटें है जिन पर भाजपा फोकस कर रही है। इसके लिए एनडीए से दूसरे दलों को जोड़ना और कई नेताओं का भाजपा के प्रति आकर्षित होना अपने आप में भाजपा को कामयाबी की तरफ धकेलता है। हालांकि ये बात अलग है कि चुनाव के दौरान परिस्थितियां बदलती हैं और कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता है। इसके बाद भी भाजपा जिस तरह से तैयारी करती है उससे लगता है कि उसे अपना मिशन पूरा करने में ज्यादा चुनौतियां नहीं होंगी।

जयंत चौधरी भी सपा को दे सकते है झटका

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी भी समाजवादी पार्टी को झटका दे सकते हैं। पिछले कई दिनों से सपा और चौधरी के बीच तनातनी बताई जा रही है। जिसके चलते वे कभी भी एनडीए में शामिल हो सकते हैं। जयंत चौधरी के कुछ ट्वीट काफी वायरल हुए थे जिससे अंदाजा लगाया जा रहा था कि वे कभी भी एनडीए में शामिल हो सकते है। इसी बीच ओमप्रकाश राजभर ने एनडीए में शामिल में शामिल हो गए और उनसे पूछा गया था कि जयंत चौधरी क्या एनडीए का हिस्सा बनेंगे,इस पर उन्होंने कहा कि थोड़ धैर्य रखिए।

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