मध्यप्रदेश में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव मे सभी 29 सीट जीतकर क्लीन स्वीप किया है। जिसका ईनाम भी मिला। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में एमपी का वजन इस बार बढ़ाया है। अभी तक एमपी के रहने वाले 3 से 4 सांसद ही केंद्र में मंत्री बना करते थे। लेकिन इस बार पांच सांसदों को जगह मिली है।
- शिवराज सिंह चौहान ओबीसी- पहली बार केंद्र में मंत्री बने
- ज्योतिरादित्य सिंधिया-ओबीसी दूसरी बार मंत्री बने
- सावित्री ठाकुर एसटी- पहली बार मंत्री बनीं
- दुर्गादास उईके एसटी- पहली बार मंत्री बने
- वीरेंद्र खटीक एससी- तीसरी बार मंत्री बने
मोदी मंत्रिमंडल में मध्यप्रदेश से पांच चेहरों को जगह मिली है। इनमे तीन को कैबिनेट मंत्री तो दो को राज्य मंत्री बनाया है। शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और डॉ.वीरेंद्र कुमार खटीक को मोदी कैबिनेट मंत्री में शामिल किया है। जबकि दुर्गादास उईके और सावित्री ठाकुर को राज्यमंत्री बनाया गया है।
पहली बार मंत्री बनीं सावित्री ठाकुर
बीजेपी ने सोशल इंजीनियरिंग का भी ध्यान रखा है। मोदी कैबिनेट में दलित चेहरे के तौर पर टीकमगढ़ से सांसद चुने गये वीरेंद्र कुमार खटीक को तीसरी बार मंत्री बनाया है। जबकि आदिवासी चेहरों में फग्गन सिंह कुलस्ते की जगह दूसरी बार के दो सांसद रहे दुर्गादास उइके और सावित्री ठाकुर को पहली बार मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। सावित्री ठाकुर धार से चुनकर आई हैं। जबकि डीडी उइके बैतूल से सांसद हैं। खटीक के जरिए बीजेपी ने बुंदेलखंड को साधने की कोशिश की है।
OBC वर्ग से शिवराज-सिंधिया
शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों ओबीसी वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। एमपी के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव भी ओबीसी वर्ग से आते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है मोदी सरकार 3. ओ में आदिवासी और ओबीसी के साथ दलित वर्ग को भी जगह मिल गई है। ऐसे इसलिए अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को बदले जाने की स्थिति में सामान्य वर्ग को ही दोबारा मौका मिल सकता है। फिलहाल वीडी शर्मा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हैं।
शिवराज पहली बार बने केन्द्र में मंत्री
इसके अलावा मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद एल मुरुगन को भी राज्यमंत्री बनाया गया है। विदिशा से सांसद और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान केंद्र में पहली बार मंत्री बने हैं। वहीं गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार दूसरी बार मोदी कैबिनेट के सदस्य बने हैं। सिंधिया जब कांग्रेस में थे। तब वे यूपीए-2 सरकार में मंत्री रहे चुके है। शिवराज छठवीं बार और सिंधिया पांचवीं बार सांसद बने हैं। शिवराज और सिंधिया ओबीसी वर्ग से आते हैं।
खटीक को तीसरी बार मिली मंत्री की कुर्सी
अनुसूचित जाति वर्ग से ताल्लुक रखने वाले टीकमगढ़ से पार्टी सांसद डॉ.वीरेंद्र कुमार लगातार तीसरी बार केंद्रीय कैबिनेट शामिल किये गये हैं। वीरेंद्र कुमार आठवीं बार सांसद चुने हैं। वहीं राज्यमंत्री बनाए गए दुर्गादास उईके भी जनजाति वर्ग से ही आते हैं। बैतूल से वे दूसारी बार के सांसद चुनकर आए हैं। वहीं सावित्री ठाकुर एसटी वर्ग ताल्लुक रखती हैं। व धार लोकसभा सीट से दूसरी बार की सांसद हैं। उईके और सावित्री दोनों ही पहली बार केंद्र में मंत्री बनाए गए हैं।
MP से राज्यसभा सांसद हैं मुरुगन
राज्यसभा सांसद मुरुगन को फिर से राज्यमंत्री बनाया गया है। मुरुगन एमपी के कोटे से ही राज्यसभा सांसद बनाए गए हैं। इससे पहले वे मोदी 2.0 में भी पशुपालन के साथ डेयरी और मत्स्य पालन विभाग के मंत्री के साथ सूचना प्रसारण मंत्री का दायित्व संभाल चुके हैं। हालांकि मुरुगन वैसे तो मूलतः तमिलनाडु के रहने वाले है। तमिलनाडु भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पार्टी ने दक्षिण में विस्तार पर फोकस करते हुए मुरुगन भी शामिल किया है।