प्रयागराज। कभी पूर्वांचल में जिसका सिक्का चलता था, जिसके नाम की लोग कसमें खाते थे, वह माफिया मुख्तार अंसारी अभी ईडी के चंगुल में है। मुख्तार अंसारी पूर्व विधायक भी है। वैसे, ईडी की कस्टडी रिमांड के पहले दिन उससे लंबी पूछताछ हुई। यह पूछताछ सुबह 4 बजे तक चली और उससे मुख्यतः दो बिंदुओं पर प्रश्न पूछे गए। हालांकि, मुख्तार अंसारी ने कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
- माफिया मुख्तार अंसारी फिलहाल बांदा की जेल में था
- मनी लांड्रिंग के केस में सुनवाई के लिए उसे प्रयागराज लाया गया
- कोर्ट ने उसे 10 दिन की कस्टडी रिमांड पर ईडी को सौंपा
- ईडी उससे फिलहाल पूछताछ कर रही है
मनी लांड्रिंग केस में 10 दिन की कस्टडी रिमांड कोर्ट से मिलने के बाद ईडी ने पहले दिन गुरुवार को दो राउंड में मुख्तार से पूछताछ की। उससे पहला सवाल उसकी फरार पत्नी को लेकर और दूसरा गाजीपुर जिले में सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर था। एक टीम ने शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक बयान लिया तो दूसरी टीम ने रात 11 बजे से सुबह करीब 4 बजे तक पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान मुख्तार के बयान की वीडियो रिकॉर्डिंग भी हुई। मुख्तार अंसारी से पिछले कई महीनों से फरार चल रही उसकी पत्नी अफशां अंसारी के बारे में पूछताछ की गई। मुख्तार अंसारी ने ईडी को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
मुख़्तार ने नहीं किया कोई सहयोग
पत्नी की फरारी के साथ ही मुख्तार से गाजीपुर जिले के नंदगांव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर भी पूछताछ की गई। बता दें कि मुख्तार पर उस जमीन पर अवैध कब्जा करने, उसे वेयरहाउस बनाने और राज्य भंडारण निगम को किराए पर देने के आरोप हैं। मुख्तार ने इस सवाल पर भी कोई जवाब नहीं दिया और वह यही कहता रहा कि वह तो कई वर्षों से जेल में बंद है और उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
परिवार और ससुराल के सदस्यों द्वारा कंपनियां खड़ी किए जाने के मसले पर भी मुख्तार ने ईडी को कोई जानकारी नहीं दी। सूत्रों की माने तो वह ज्यादातर सवालों पर कहकर चुप्पी साध लेता था।