एमपी-छत्तीसगढ़ में ‘आप’ सक्रिय, बीजेपी-कांग्रेस किसके लिए खतरे की घंटी, क्या फिर वोट कटवा पार्टी बनेगी ‘आप’

MP Chhattisgarh AAP

दिल्ली और पंजाब में अपनी सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी की नजर दूसरे चुनावी राज्यों पर है। पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से गदगद आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल का अब फोकस छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश पर है। यहां साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होना हैं। शुरुआत छत्तीसगढ़ से की जा रही है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल रविवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जनसभा कर चुनावी आगाज करने जा रहे हैं। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी ​होंगे, जो रायपुर में कार्यकर्ताओं से संवाद करने के साथ जनसभा को संबोधित करेंगे। ये जनसभा रायपुर के जोरा गांव में होगी। इसके बाद 14 मार्च को अरविंद केजरीवाल मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। पार्टी ने यहां सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

‘काका’ और ‘बाबा’ के बीच लड़ाई का मिल सकता है लाभ

छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीट है। यहां विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को खत्म होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। छत्तीसगढ़ में 2003 से 2018 तक बीजेपी की सरकार रही। रमन सिंह 15 साल तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी के डेढ़ दशक की बादशाहत को खत्म कर सत्ता पर कब्जा किया। तब कांग्रेस को तीन चौथाई से भी ज्यादा सीटें हासिल हुई थी। कांग्रेस को 68 सीटों पर जीत मिली थी तो बीजेपी महज 15 सीटों पर सिमट गई थी। भूपेश बघेल की अगुवाई में वहां कांग्रेस की सरकार बनी। देश में छत्तीसगढ़ ही एक राज्य ऐसा दिखता है। जहां कांग्रेस फिलहाल सबसे ज्यादा मजबूत नजर आ रही है। हालांकि भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के बीच सियासी मतभेद कांग्रेस को परेशानी में डाल सकते हैं। हाल ही में टीएस सिंहदेव ने एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव से पहले वे अपने भविष्य के बारे में फैसला करेंगे। हालांकि यहां राज्य की भूपेश बघेल सरकार ने मतदाताओं को रिझाने के लिए कई योजनाएं शुरु की हैं, लेकिन राज्य में सरकारी कर्मचारी सरकार से खफा नजर आ रहे हैं। दरअसल राज्य के अनियमित कर्मचारी लंबे समय से हड़ताल कर रहे हैं। तो वहीं पिछले 40 दिन से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी बूढ़ा तालाब पर डटे हैं। अब स्कूल रसोइया संघ ने भी अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है।

किसान खुश, कर्मचारी भूपेश सरकार से नाराज

कांग्रेस में आपसी कलह और कर्मचारियों की नाराजगी आगामी चुनाव में बीजेपी फायदा पहुंचा सकती है। वहीं अब राज्य में आम आदमी पार्टी भी पूरी तरह से सक्रिय होने जा रही है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल नसभा रायपुर के जोरा गांव में जनसभा कर दिल्ली और पंजाब की खुशहाली का गुणगान करेंगे। मुफ्त बिजली और दूसरी योजनाओं में राहत देने के साथ कई चुनावी घोषणा भी यहां अरविंद केजरीवाल कर सकते हैं।

भोपाल में फ्री बिजली पानी का लालच देंगे केजरीवाल

वहीं आम आदमी पार्टी 14 मार्च से मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने जा रही है। अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान 14 मार्च को भोपाल आ रहे हैं। यहा वे पार्टी का चुनावी बिगुल फूंकेंगे। आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन सचिव संदीप पाठक की माने तो अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान 14 मार्च को भोपाल आ रहे हैं। मप्र में यह पहली चुनावी रैली होगी। और इस रैली के साथ आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार कर रही है। दरअसल आम आदमी पार्टी का कहना है कि मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस प्रमुख दल हैं। लेकिन इन दोनों दलों ने राज्य की जनता के साथ विश्वासघात किया है। मध्यप्रदेश की जनता इस बार बदलाव के लिए मतदान करना चाहती है। एमपी के लोग समझते हैं कि आप ने दिल्ली और पंजाब में अच्छे काम किए हैं। और इन कामों को देखकर मध्य प्रदेश की जनता आप और अरविंद केजरीवाल को मौका जरूर देगी।

निकाय चुनाव में ‘आप’ ने काटे थे बीजेपी के वोट

बता दें पिछले साल हुए निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी ने मेयर के तौर पर सिंगरौली में शानदार एंट्री कर सबको चौंका दिया था। आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रानी अग्रवाल ने 9352 मतों से जीत दर्ज की। सिंगरौली में बीजेपी के चंद्रप्रताप विश्वकर्मा को 25233 और कांग्रेस के अरविंद सिंह को 25031 वोट मिले। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर थी। इस चुनाव में सिंगरौली में आप के 5 पार्षदों ने भी जीत हासिल की थी। जानकारों का मानना है कि आम आदमी पार्टी की एक महापौर और प्रदेश में 64 पार्षद जीते थे। इस तरह आप सीधे बीजेपी के वोट बैंक में सेंध लगाने में तब काययाब रही थी।

बीजेपी कांग्रेस के नेता ‘आप’ में शामिल हो सकते हैं

भोपाल में होने वाली केजरीवाल और भगवंत मान की संयुक्त रैली के दौरान होने वाली जनसभा में बीजेपी और कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि बुंदेलखंड के एक पूर्व मंत्री क्षेत्र आप में शामिल हो सकते हैं। वे कांग्रेस और बीजेपी सरकारों में मंत्री भी रह चुके हैं। इनके अलावा एक बीजेपी विधायक भी आप के संपर्क में हैं। बीजेपी के पूर्व मंत्री के बेटे भी आम आदमी पार्टी से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।

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