इमरती के सामने फिर समधी सुरेश राजे ने ठोंकी चुनावी ताल,सागर में जेठ-बहू में मुकाबला

MP Assembly Elections Imarti Devi

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में रिश्तों पर सियासत भारी नजर आ रही है। बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों की अब तक जो लिस्ट आई हैं। उनमें कई सीटों पर एक ही परिवार के सदस्य एक दूसरे खिलाफ चुनावी मैदान में उतरते नजर आ रहे हैं। क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल की ओर से एक ही परिवार में टिकट दे दिए गये हैं। कहीं चाचा-भतीजा, समधी और समधन तो कहीं जेठ-बहू के बीच इस बार सियासी मुकाबला देखने को मिलने वाला है।

डबरा सीट पर हैं सभी की निगाहें

मध्यप्रदेश की दरअसल कुछ विस सीटें ऐसी हैं। जहां कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची में बीजेपी प्रत्याशी के परिवार में ही टिकट देकर मैदान में उतर दिया है। जिससे इन विधानसभा सीटों पर एक ही परिवार में सीधा चुनावी मुकाबला देखने को मिलने वाला है। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल भले ही चुनाव से पहले परिवारवाद के आधार पर टिकट न देने की बात कर रहे थे, लेकिन टिकट वितरण के बाद दोनों ही पार्टियों ने की सूचीे देखें तो मप्र की सियासत में दोनों ने परिवारवाद के आधार पर भी जमकर टिकट बांटे हैं। जिसमें ग्वालियर के डबरा से बीजेपी की ओर पूर्व मंत्री इमरती देवी को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने उनके सामने विधायक सुरेश राजे को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। दोनों प्रत्याशी रिश्ते में समधी-समधन लगते हैं। वैसे ये दोनों एक दूसरे खिलाफ पहले भी कई बार चुनाव लड़ चुके हैं। इमरती देवी को बीजेपी में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का करीबी माना जाता है। जबकि सुरेश राजे कांग्रेस में पूर्व सीएम कमलनाथ के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में एक बार फिर सभी की निगाहें डबरा सीट पर हैं।

सागर में जेठ-बहू में मुकाबला

इसी तरह सागर सीट पर जेठ बहू और रीवा के देवतालाब सीट पर चाचा भतीजे के बीच चुनावी मुकाबला हो रहा है। सागर विधानसभा सीट पर जेठ और बहू के बीच चुनावी मुकाबला होगा। यहां से तीन बार के विधायक शैलेंद्र जैन को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने उनके खिलाफ उनके ही शैलेन्द्र के छोटे भाई सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में मप्र की सागर विधानसभा सीट पर जेठ के खिलाफ बहू के बीच चुनाव हो रहा है।

चाचा को भतीजे की चुनौती

रीवा जिले की देवतालाब विधानसभा सीट की बात करें तो बीजेपी ने वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को प्रत्याशी बना कर मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने उनके ही सगे भतीजे पद्मेश गौतम को टिकट देकर उनके विरोध में खड़ा कर दिया है। ऐसे में देवतालाब सीट सीट पर इस बार चाचा विरुद्ध भतीजे के बीच सियासी जंग देखने को मिलेगी।

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