दो साल में चार बार हुआ महाराज सिंधिया को कोरोना

jyotiraditya scindia corona positive

भोपाल में बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक से एक दिन पहले 17 अ्प्रैल को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोरोना संक्रमति होने की जानकारी स्वयं ट्वीट कर साझा की है। साथ ही उन्होंने संपर्क में आए लोगों से कोरोना टेस्ट कराने की अपील की है। वे इस बैठक में शामिल होने वाले थे।

महाराज के बिना बनेगी चुनावी रणनीति

मध्यप्रदेश में चुनावी तैयारी में जुटी बीजेपी ने कोर ग्रुप की बैठक बुलाई है। 2023 की तैयारी में जुटी बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक में चुनावी रणनीति पर मंथन किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा सहित कई बड़े नेता शामिल रहेंगे। लेकिन केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर पार्टी कोर ग्रुप की बैठक से नदारत रहेंगे। दरअसल उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।

अब लगाए जा रहे कई कयास

केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के नवंबर 2022 में अचानक कोरोना पॉजीटिव आना चर्चा ​का विषय बन चुका था। इससे पहले भी सन 2020 में सिंधिया कोरोना से संक्रमित हो चुके थे। तब भी बीजेपी की मीटिंग के बीच छोडकर अचानक से सिंधिया का यूं जाना भी एक संदेह में आ गया था। वहीं उस मीटिंग के बाद ऐसी चर्चाएं हो रही है कि सिंधिया किसी बात को लेकर मप्र भाजपा से नाखुश है। उसका कारण बताया जा रहा है ग्वालियर बीजेपी जिला अध्यक्ष को। ग्वालियर बीजेपी अध्यक्ष अभय चौधरी को केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र तोमर का ​करीबी माना जाता है। जिसकी वजह से काफी बातें भी सामने आ रही है। माना जा रहा है कि सिंधिया का गढ होने के बाद भी सिंधियां के पास वहां पार्टी को कोई करीबी नहीं है। सिंधिया को ऐसी उम्मीद थी कि इस बार तो उनका कोई करीबी जिले की कमान संभालेगा। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। ऐसे में सोशल मीडिया पर ये चर्चा जोरों पर है कि सिंधिया इससे खफा हैं। हालांकि यह सब सोशल मीडिया और लोगों की चर्चा का ही विषय है। ऐसे में देखना यह होगा कि इस कयास बाजी में कितनी सच्चाई है।

महाआर्यमन भी हुए कोरोना पॉजिटिव

बता दें ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे  महाआर्यमन सिंधिया भी कोरोना की चपेट आ चुके हैं। दो दिन पहले से ही महाआर्यमन को खांसी और जुकाम की शिकायत हुई थी। जिसके बाद उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट करवाया था। जिस के बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी। इसके बाद वे जयविलास पैलेस में ही अपने कमरे में आइसोलेट हो गए। डॉक्टर्स की सलाह पर पूरे परिवार का कोविड टेस्ट कराया गया था। इसके बाद जब सिंधिया 16 अप्रैल को ग्वालियर में बीजेपी के आयोजन में शामिल होकर वापस दिल्ली पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें कोरोना जांच कराने की सलाह दी थी।

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