महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: सीट शेयरिंग को लेकर एमवीए के दलों में संघर्ष,अधर में विदर्भ
एमवीए सहयोगी विदर्भ क्षेत्र में सीट बंटवारे को लेकर संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है ऐसे में कांग्रेस और शिवसेना उद्धव गुट ने शरद पवार से मध्यस्थता की मांग की है। शिवसेना यूबीटी ने बिना एमवीए विधायकों वाली विधानसभा की 12 सीटों पर दावा किया है
MVA में 12 सीट पर रार
विदर्भ की 12 सीटों पर
शिवसेना (यूबीटी) की नजरशरद पवार की शरण में कांग्रेस और शिवसेना UBT
सीट बंटवारे को लेकर महा विकास अघाड़ी MVA के सहयोगी घटक दल के बीच टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बीच जहां टिकट वितरण और सूची की घोषणा हो रही है वहीं MVA में सीट शेयरिंग को लेकर लगातार संघर्ष देखने को मिल रहा है। यहां द नौ घंटे लंबी मैराथन बैठक के बात भी स्थिति साफ नहीं हुई है। एमवीए नेता अभी तक महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों पर आम सहमति पर नहीं पहुंच पाए हैं।
एमवीए में यह सीट बनी विवाद का विषय
1.अरमोरी सीट से कृष्णा गजबे, भाजपा विधायक
2. गढ़चिरौली-सीट से देवराल होली, भाजपा विधायक
3. गोंदिया – सीट से विनोद अग्रवाल, विधायक निर्दलीय
4. भंडारा -सीट से निर्दलीय विधायक नरेंद्र बोंडेकर
5. चिमूर -सीट से कीर्तिकुमार भांगड़िया, भाजपा विधायक
6. बल्लारपुर- सीट से सुधीर मुनगंटीवार, भाजपा विधायक
7. चंद्रपुर – सीट से किशोर जोर्गेवार, निर्दलीय विधायक
8. रामटेक – सीट से आशीष जयसवाल, निर्दलीय विधायक (शिवसेना शिंदे गुट को समर्थन)
9. कामठी सीट- सीट से टेकचंद सावरकर, भाजपा विधायक
10. दक्षिण नागपुर सीट से मोहन मते भाजपा विधायक
11. अहेरी सीट से धर्मराव बाबा अत्राम, राकांपा अजित पवार गुट के विधायक
12. भद्रावती वरोरा – कांग्रेस विधायक प्रतिभा धानोरकर लेकिन वर्तमान में लोकसभा में सांसद हैं।
पार्टी सूत्रों की माने तो कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) दोनों गुटों के नेता नेता अब विपक्षी गठबंधन में मतभेदों को सुलझाने के साथ ही मध्यस्थता करने के लिए एनसीपी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार की शरण में पहुंच गए हैं। लोकसभा के समय उद्धव ने छोड़ी थी कांग्रेस के लिए सीट
दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना यूबीटी गुट ने हिस्से की रामटेक और अमरावती लोकसभा ससीटें कांग्रेस को दे दीं थी। वही विधानसभा चुनाव में पार्टी अब एमवीए गठबंधन के हिस्से के रूप में में अधिक सीटें चाहती है। शिवसेना (यूबीटी) की ओर से विदर्भ क्षेत्र मैं विधानसभा की 12 सीटों पर दावा किया है। पार्टी की ओर से लगातार तर्क दिया जा रहा है कि विदर्भ क्षेत्र की इन 12 सीटों पर एमवीए का कोई मौजूदा विधायक नहीं है
कांग्रेस विधानसभा की
इन 12 सीटों पर दावा करने के साथ ही नासिक पश्चिम सीट से चुनाव लड़ने पर जोर दे रही है जबकि यहां शिवसेना (यूबीटी) की ओर से सुधाकर बडगुजर की उम्मीदवारी लगभग तय मानी जा रही है है। वही जब कांग्रेस की ओर से नाना पटोले ने नासिक पश्चिम पर जोर दिया, तो शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत मैदान में उतर आए और उन्होंने आधी बैठक से बाहर निकलने का फैसला किया। उनकी नाराजगी से बात बनने के बजाय बिगड़ गई और अब शिवसेना कांग्रेस सीट शेयरिंग को लेकर शरद पवार की शरण में है।
प्रकाश कुमार पांडेय