Maharashtra Chunav 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के सियासी बयानबाजी बढती जा रही है। मतदान में अब चंद दिन बचे हैं। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदन होगा तो 23 नवंबर को मतों की गिनती होगी। इस बीच विधानसभा चुनाव के प्रचार में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटोगे तो कटोगे’ के नारे की धूम पूरे राज्य में सुनाई दे रही है। इस नारे में महाराष्ट्र में विधानसभा के चुनावी माहौल को भी पूरी तरह बदल कर रख दिया है। उत्तरप्रदेश के सीएम योगी के नारे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भी महाराष्ट्र के चुनाव में एक नया नारा ‘एक हैं तो सेफ है का दिया था। पीएम की ओर से दिया गया यह नारा भी यूपी के सीएम योगी के नारे से मिलता जुलता है।
- महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में कुछ दिन बचे
- राज्य में 20 नवंबर को होगी वोटिंग
- 23 नवंबर को होगी वोटों की गिनती
- चुनाव प्रचार में सुर्खियों में रहे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ
- सीएम योगी के बंटोगे तो कटोगे के नारे की रही धूम
- योगी के नारे ने बदला दिया राज्य में चुनावी माहौल
- योगी के ‘बंटोगे तो कटोगे’ के नारे की रही धूम
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने जताई थी बटोगे तो कटोगे पर आपत्ति
- खरगे को दिया सीएम योगी ने जवाब
- कहा—रजाकारों ने की थी खरगे के परिजनों की हत्या
- ‘इसके बाद भी खरगे मौन क्यों हैं, वोट कटने का डर’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान रजाकारों की हिंसा का मुद्दा भी सुर्ख्यिों में है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रजाकार कौन थे। उन्होंने तेलंगाना और मराठवाड़ा में क्यों हिंसा की थी। बात 1947 देश की आजादी के समय की है। आजादी के समय भारत में कुल 500 रियासतें थी। ज्यादातार रियासत आजादी के साथ भारत सरकार में विलिन हो गईं। उस समय हैदराबाद रियासत सरकार के आदेश के नहीं मान रहीं थी। इस दौरान जो हैदराबाद के निजामों की सेना को रजाकार कहा जाता था। रजाकारों ने उस दौरान मराठवाडा और तेलंगाना में लोगों की हत्या की थी।
बताते हैं कि जो नागरिक भारत सरकार की हिस्सा बनना चाहता था या रियासत को भारत में मिलाने के समर्थक थे। निजाम के रजाकार ऐसे लोगों के परिवार पर हमला करते थे। उनके घरों पर हमला करते थे। आखिरकार तत्कालीन केन्द्रीय गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आपरेशन पोलो चलाकर रजाकारों के अत्याचार से जनता को मुक्ति दिलाई।
अब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में रजाकार की बातें क्यों हो रही हैं। दरअसल उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे के बीच राजनैतकि बयानबाजी जोरो पर है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने योगी आदित्यानाथ के बयान बटोगे तो कटोगे पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि योगी इस तरह के बयान देकर जनता के बीच नफरत फैला रहे हैं। इसके बाद खरगे ने कहा कि मेरा पूरा परिवार नफरत की आग में जल गया था मेरे परिवार के लोगों की हत्या कर दी गई थी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खरगे के इस बयान पर सवाल करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के कहा कि हम उनकी उम्र का लिहाज करते हैं लेकिन वो ये बताएं कि उनके परिवार की हत्या किसने की। दरअसल मल्लिकार्जुन खरगे के माता, पिता, चाची और बहन की हत्या उस वक्त कर दी गई थी जब खरगे की उम्र आठ साल की थी।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया है कि रजाकारों ने ही कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के परिजनों की हत्या की थी। रजाकारों ने मिलकर खरगे की मां, चाचा, चाची और बहन को जला दिया था। सीएम योगी ने कहा इसके बाद भी कांग्रेस अध्यक्ष इन रजाकारों के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोलेंगे, क्योंकि इससे खरगे को अपने वोट बैंक कटने का डर है।
प्रकाश कुमार पांडेय