मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ चुकी हैं। कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेता चुनाव अभियान में उतर चुके हैं। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होने वाला है। यहां सियायी पारा गरम हो चुका है। जहां पिता के बाद पुत्र ने संसद में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। जी हां आप सहीं समझे, हम बात कर रहे हैं कमलनाथ और नकुल नाथ की। पिछले 2019 के चुनाव में नकुल नाथ सांसद चुने गये थे, इस बार फिर वे उम्मीदवार हैं, लेकिन इस बार चुनाव नुकल और उनके पिता कमलनाथ के लिए आसान नहीं है। बीजेपी इस बार साम दाम दंड भेद हर रणनीति पर काम कर रही है, वह किसी भी तरह से छिंदवाड़ा को जीतना चाहती है। छिन्दवाड़ा को जीतने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
- एमपी की हॉट सीट बनी छिंदवाड़ा
- पुलिस की कमलाथ के घर दबिश
- आखिर वीडियो में क्या था!
- कथित वीडियो के वायरल होने से पहले मचा सियासी संग्राम
- कमलनाथ के निवास पर छिंदवाड़ा पुलिस की दबिश
- बीजेपी प्रत्याशी की शिकायत पर दर्ज हुआ था केस
- कमलनाथ के पीए आरके मिगलानी पर लगा आरोप
- आरोप है कि आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की साजिश रची गई
- पहले चरण की सबसे हॉट सीट है छिंदवाड़ा
- 19 अप्रैल को होना है यहां मतदान
- मतदान से पहले हाई हुआ छिंदवाड़ा का पारा
- बीजेपी ने चुनाव प्रचार में झोंकी पूरी ताकत
कमलनाथ के पीए मिगलानी के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवर बंटी साहू ने आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है। बंटी साहू की शिकायत के बाद पुलिस की टीम कमलनाथ के छिंदवाड़ा के शिकारपुर वाले बंगले पर गई थी। पूर्व सीएम कमलनाथ के बंगले पर इस तरह अचानक पुलिस टीम के पहुंचने से प्रदेश में सनसनी मच गई है। सियासी आरोप प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। दरअसल बीजेपी उम्मीदवार विवेक बंटी साहू ने कमलनाथ के करीबी राजेंद्र मिगलानी के खिलाफ उनकी छवि धूमिल करने वाला कूटरचित आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की साज़िश रचने का आरोप लगाया है। बंटी साहू ने शिकायत में यह भी कहा है कि उनका एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने के लिए बीस लाख रुपये का प्रलोभन दिया गया था। इस मामले में एक स्थनीय पत्रकार का नाम भी शामिल है। बंटी साहू की शिकायत पर छिंदवाड़ा पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला भी क़ायम कर किया है। इतना ही नहीं कमल नाथ के निवास पर पुलिस के दस्ते ने सोमवार को दबिश भी दी। चुनाव प्रचार और शोरगुल थमने के पहले छिन्दवाड़ा पुलिस जब कमलनाथ की शिकारपुर कोठी पर दबिश देने पहुंची तो प्रदेश में राजनीति अचानक उबाल आ गया।। कांग्रेस का कहना है कि साम-दाम-दंड-भेद के बावजूद साफ दिखलाई पड़ रही हार से बीजेपी बौखला गई है और औछे हथकंडों पर आमादा हो गई है। कमलनाथ की घर पुलिस भेजना बता रहा है कि छिंदवाड़ा में बीजेपी इस बार भी चुनाव हार रही है।
कमलनाथ के गढ़ को ढहाने की कोशिशों में जुटी बीजेपी
चुनावी इतिहास उठाकर देखें तो छिंदवाड़ा वह लोकसभा सीट है, जहां आजादी के बाद से सिर्फ एक उपचुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। हर बार बीजेपी कमलनाथ के गढ़ को ढहाने की कोशिशों में जुटी रही। कमलनाथ को साल 1997 में हुए उपचुनाव के दौरान बीजेपी के सुंदरलाल पटवा के हाथों हार का करना पड़ा था लेकिन इसके बाद से अब तक प्रहलाद पटेल जैसे कई बड़े चेहरे चुनाव में हार का सामना करते रहे। इस बार 2024 में बीजेपी ने यहां से बंटी विवेक साहू को मैदान में उतारा है। मतदान से पहले ही कई दिग्गज कांग्रेसी और कमलनाथ के करीबी नेता बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जिनमें अमरवाड़ा से कांग्रेस के विधायक कमलेश शाह, पूर्व विधायक दीपक सक्सेना, महापौर विक्रम अहाके जैसे कई बड़े चेहरे हैं, जो कमलनाथ का साथ छोड़ चुके हैं। ऐसे में अब कांग्रेस के नकुलनाथ और भाजपा के बंटी साहू के बीच में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।
नाथ परिवार कर रहा इमोशन कैंपनिंग
बीजेपी पूरी तरह से अग्रेसिव अंदाज में कमलनाथ का किला जीतने के लिए कैंपेनिंग कर रही है, इस बार चुनाव को बीजेपी ने नाक का सवाल बना लिया है। जिसके जवाब में पूरा नाथ परिवार छिंदवाड़ा में इमोशन कैंपनिंग कर रहा है। ऐसे में देखना होगा कि अग्रेसिव राजनीति मुकाम तक पहुंचती है या भावानात्मक रिश्ता नतीजे में तब्दील होता है। ऐसे में सवाल खड़े होते हैं क्या बीजेपी की रणनीति छिंदवाड़ा में सफल होगी क्या छिंदवाड़ा में नाथ परिवार का इमोशन कार्ड विनिंग फेक्टर साबित होगा। क्या छिंदवाड़ा में कमलनाथ का नाम सियासी इतिहास बन जाएगा।