मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 92 प्रत्याशियों की पांचवी सूची जारी कर दी है। वहीं बीजेपी ने जब पांचवी सूची जारी की तो एक नाम चौकाने वाला है। वो है मप्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सीतासरन शर्मा का। इससे पहले कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची जारी की गई थी। कांग्रेस ने होशंगाबाद से गिरजा शंकर शर्मा को मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी ने उनके सामने मप्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सीतासरन शर्मा को मैदान में उतार दिया है। सीतासरन और गिरजा शंकर दोनों सगे भाई है।
- बड़े भाई के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरा छोटा भाई
- मध्यप्रदेश की राजनीति में पिछले 40 साल में ऐसा नहीं हुआ।
- मध्यप्रदेश में चुनावी सियासत अब चरम पर है
मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव में इस बार रिश्तों पर सियासत भारी नजर आ रही है। बीजेपी की पांचवीं लिस्ट आई तो रिश्ते और आमने सामने आ गए। बीजेपी ने अपने कई वरिष्ठ विधायकों को टिकट दिया है। जिसमें होशंगाबाद सीट सबसे चर्चित है। जिसमें सीनियर विधायक सीतासरन शर्मा को फिर से टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने होशंगाबाद सीट से उनके ही सगे भाई गिरजा शंकर शर्मा को मैदान में उतार दिया है। ऐसे में इस बार होशंगाबाद सीट पर भाई vs भाई के बीच मुकाबला हो गया है।
नर्मदापुरम जिले की इस विधानसभा सीट से दो भाई आमने सामने हो गए हैं। पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है। वे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और बीजेपी विधायक सीतासरन शर्मा के छोटे भाई हैं। बीजेपी ने अभी तक इस सीट को होल्ड पर रखा था। कांग्रेस की सूची जारी होने के बाद बीजेपी सीतासरन शर्मा को फिर से टिकट देकर मैदान में उतार दिया है।
कांग्रेस सूत्र बताते हैं कि गिरजा शंकर शर्मा ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद होशंगाबाद सीट पर मैदान में उतरने की मंशा जताई थी। इस बीच सीटों और प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस में जहां मंथन जारी रहा वहीं बीजेपी ने तीन सूची जारी कर दी थी। इस बीच कांग्रेस की दूसरी सूची आई। जिसमें होशंगाबाद से कांग्रेस ने गिरजा शंकर शर्मा को टिकट दिया था। बताया जाता है कि गिरजाशंकर ने कांग्रेस नेताओं से यह कहा था कि वे यदि उनके भाई सीतासरण शर्मा को बीजेपी मैदान में उतारती है तो वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। ऐसे में उन्होंने कहा कि बीजेपी की सूची जारी होने से पहले यदि उनके नाम का एलान कर दिया जाता है तो ही वे चुनाव लडेंगे, और कांग्रेस ने बीजेपी की सूची आने से पहले गिरजाशंकर का नाम होशंगाबाद से एलान कर दिया। इसके बाद बीजेपी की सूची आई तो सीतासरन शर्मा का नाम होशंगाबाद सीट से शामिल था। ऐसे में अब दोनों भाई एक सीट पर आमने सामने आ गए हैं।