मध्यप्रदेश में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी ताबड़तोड़ रैलियां और जनसभा करने वाले हैं। पीएम मोदी के इलेक्शन कैंपेन के चार्ट पर नजर डाले तो पता चलता है वे पूरे राज्य को कवर करने वाले हैं। खासकर उनका फोकस मालवांचल के साथ आदिवासी बहुल सीटों पर है। बता दें एमपी में बीजेपी पीएम का ही चेहरा आगे कर चुनाव लड़ रही है। यही वजह है कि हर सीट पर प्रचार के दौरान स्थानीय प्रत्याशी के बजाय पीएम मोदी के नाम को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रचार के दौरान एमपी के मन में बसे मोदी और मोदी के मन में एमपी जैसे चुनावी गीत माहौल बना रहे हैं।
- बीजेपी की चुनावी राह आसान बनाएंगे
- एमपी के लिए ये है पीएम मोदी का प्लान
- बीजेपी के पक्ष में पीएम बनाएंगे माहौल
- एमपी 8 दिन में पीएम की 14 सभाएं और रोड शो
4 नवंबर से पीएम नरेन्द्र मोदी एमपी में धुआंधार चुनावी कैंपेन
इस सबके बीच पीएम नरेन्द्र मोदी एमपी में 4 नवंबर से धुआंधार चुनावी कैंपेन शुरु करने जा रहे हैं। 8 दिन में वे मध्य प्रदेश में करीब 14 चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। जिसके लिए राज्य की 230 सीटों पर फोकस किया जा रहा है। इसकी शुरुआत मालवा अंचल के रतलाम से होगी। 4 नवंबर को रतलाम में पीएम मोदी की पहली रैली होने वाली है और अंतिम रैली 15 नवंबर को आदिवासी बहुल बैतूल में होगी। इससे पहले पीएम मोदी एमपी दौरे में 14 नवंबर को इंदौर में रोड शो करेंगे। जिसके जरिए इंदौर ही नहीं रतलाम, नीमच, खंडवा, बड़वानी, शाजापुर और झाबुआ जिले की सीटों को कवर किया जाएगा।
ताबड़तोड़ प्रचार की तैयारी में बीजेपी
चुनाव में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं। ऐसे में बीजेपी ताबउ़तोड़ प्रचार करने की तैयारी में जुट गई है। रैलियों और जनसभाओं के साथ रोड शो को लेकर पार्टी नेताओं ने विशेष रणनीति बनाई है। इसकी शुरुआत शनिवार से होने जा रही है। पीएम मोदी 4 नवंबर को रतलाम पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी की मप्र में 5 नवंबर, 7, 8, 9, 13, 14 और 15 नवंबर को चुनावी रैली और जनसभा करेंगे। पीएम मोदी के चुनावी कैंपेन प्रोग्राम पर गौर करें तो स्पष्ट पता चलता है कि पूरे राज्य को कवर करने के साथ उनका फोकस मालवा के साथ आदिवासी बहुल सीटों पर है। पीएम मोदी के कैंपेन में शामिल कई सीट ऐसी हैं जहां आदिवासी मतदाता प्रभावी हैं। ऐसे में पीएम मोदी आदिवासी वोट बैंक को साधने की दिशा में लगातार काम करते नजर आ रहे हैं। बता दें बीजेपी राष्ट्रपति चुनाव के जरिए अपना आदिवासी कार्ड खेल चुकी है। इस आदिवासी वोट के जरिए पीएम का प्लान एमपी में फिर से बीजेपी की सत्ता कायम करना है। आदिवासी कार्ड के अगले चरण में मप्र की सत्ता बचाने के लिए पीएम ने आदिवासी बाहुल जिलों पर फोकस करने के साथ 14 में से 6 जनसभाएं और एक रोड शो मालवाअंचल में रखा है।