लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में का मतदान देश के 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में संपन्न हो गया है। इस दौरान शाम को 5 बजे तक करीब 59.7 प्रतिशत मतदान होने का अनुमान चुनाव आयोग की ओर से जताया गया है। वहीं दोपहर 3 बजे तक करीब 49.9 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। इससे पहले दोपहर 1 बजे तक कुल 39.9 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। मध्य प्रदेश की बात करें तो शाम पांच बजे तक 63.25 फीसदी मतदान हुआ है।
- शाम 5 बजे तक यूपी में 58 फीसदी मतदान
- पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 78 फ़ीसदी हुई वोटिंग
- जम्मू कश्मीर में 65.08 प्रतिशत
- उत्तराखंड में 53.56 प्रतिशत मतदान
- उत्तर प्रदेश में 57 प्रतिशत
- राजस्थान में 50.27 फीसदी मतदान
- मध्य प्रदेश 63.25 फीसदी मतदान
- महाराष्ट्र में 54.85 फीसदी
- छत्तीसगढ़ में 5 बजे तक 63.41 फ़ीसदी मतदान
- त्रिपुरा की बात करें तो 76.10 फ़ीसदी मतदान
- असम में 70.77 फीसदी
- मणिपुर में 68.47 फीसदी
- मेघालय में 69.91 प्रतिशित
- मिजोरम में 52 और नगालैंड में 55.57 प्रतिशत मतदान
- मध्य प्रदेश की बात करें तो शाम पांच बजे तक फीसदी मतदान हुआ
उत्तराखंड में 5 बजे तक 53.56% फीसदी मतदान
उत्तराखंड में शाम पांच बजे तक 54.09 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। राज्य के कुछ मतदान केंद्रों पर 6 बजे के बाद भी वोट डालने के लिए मतदाताओं की लंबी लंबी कतार लगी रहीं। वहीं कुछ मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिए लोगों का इंतजार होता रहा। लेकिन लोग नहीं पहुंचे।
- टिहरी में 51.01%
- गढ़वाल में 48.79
- अल्मोड़ा में 44.53
- नैनीताल में 59.36
- हरिद्वार में 59.01
कूचबिहार स्थित चंदामारी इलाके में पथराव
बता दें लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आई वहीं पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में वोटिंग के दौरान पथराव का भी मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के कूचबिहार स्थित चंदामारी इलाके में पथराव किया गया है। पत्थरबाजी में BJP का एक कार्यकर्ता घायल हो गया है। जिसके बाद बीजेपी और टीएमसी में बयानबाजी तेज हो गई। लोकसभा चुनावों के पहले चरण में 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों पर वोटिंग की गई। इस दौरान महाराष्ट्र के नागपुर में आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने मतदान किया। पहले चरण में वोट डालने के बाद वे अपनी स्याही लगी उंगली दिखाते हुए मतदान केंद्र से बाहर निकले। बता दें पहले चरण में तमिलनाडु की सभी 39 सीटों, राजस्थान की 25 में से 12 सीटों पर, यूपी की 80 में से 8 सीटों पर, मध्य प्रदेश की 6 सीटों पर वोटिंग हो रही है। महाराष्ट्र की पांच, असम की पांच, उत्तराखंड की पांच, बिहार की चार, पश्चिम बंगाल की तीन, मेघालय की दो, अरुणाचल प्रदेश की दो और मणिपुर की दो सीटों पर वोट डाले गए। इसके अलावा छत्तीसगढ़, पुडुचेरी, मिजोरम और जम्मू-कश्मीर के साथ लक्षद्वीप, त्रिपुरा, नगालैंड, सिक्किम और अंडमान-निकोबार की एक एक लोकसभा सीट पर वोटिंग की गई। चुनाव आयोग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार पहले चरण में करीब 1625 उम्मीदवार चुनाव के मैदान में थे। इनमें 1491 पुरुष उम्मीदवार और 134 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं।
EVM के कैद 8 केन्द्रीय मंत्री, 2 पूर्व सीCM और 1 पूर्व राज्यपाल की किस्मत
पहले फेज में आठ केंद्रीय मंत्रियों के साथ दो पूर्व सीएम और 1 पूर्व राज्यपाल की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। इस पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवारों की बात करें तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और भूपेन्द्र यादव के साथ सर्बानंद सोनोवाल, कांग्रेस के गौरव गोगोई और द्रमुक की कनिमोई शामिल रहे। पिछले 2019 के चुनाव में यूपीए ने इन 102 सीटों में से 45 सीट और एनडीए ने 41 लोकसभा सीटें जीती थीं।वहीं लोकसभा चुनाव के पहले चरण के साथ ही साथ अरुणाचल प्रदेश में 60 सीटे और सिक्किम 32 सीट पर विधानसभा के चुनाव संपन्न कराये गय। जिनके नतीजे भी लोकसभा चुनाव के साथ 4 जून को आएंगे।