किसान आंदोलन : किसान आंदोलन 21 से फिर शुरु होगा दिल्ली चलो मार्च

Kisan Movement Shambhu Border Delhi Chalo March Internet Shutdown

पंजाब के किसानों का दिल्ली कूच फिलहाल होल्ड पर रहेगा। हालांकि इसके लिए हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान डटे रहेंगे। दरअसल रविवार देर रात किसान संगठनों और केन्द्र सरकार के बीच वार्ता हुई। जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ केन्द्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय मौजूद रहे। वहीं करीब 14 किसान संगठनों के प्रतिनिधि इस बातचीत के दौरान मौजूद रहे। इससे पहले तीन अलग अलग दौर की वार्ता हो चुकी है। जिनमें अब तक कोई हल नहीं निकला।

– शंभू बॉर्डर पर डट रहेंगे किसान

– होल्ड पर दिल्ली चलो मार्च
– इंटरनेट बंद होने से आमजन परेशान
– रेल और बस सेवा भी हुई प्रभावित
– सरकार का दावा सकारात्मक हुई चर्चा
– किसान संगठन के नेता बोले ‘सोचेंगे’
– 14 किसान संगठनों के प्रतिनिधि रहे मौजूद

इंटरनेट की सुविधा अब तक बंद, जनता परेशान

शंभू बॉर्डर पर अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से लगातार डेरा डाले हुए हैं। सरकार और किसान संगठनों के बीच कई दौर की वार्ता के बाद भी अभी तक मसले का कोई हल नजर नहीं आया। इधर इंटरनेट की सुविधा अब तक बंद है। जिससे अब जनता परेशान दिखाई देने लगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके बच्चों की परीक्षाएं नजदीक हैं। ऐसे में इंटरनेट की सुविधा न होने से बच्चों को काफी परेशान हो रही है। उधर बसों को लेकर भी लोगों को रिस्क उठाना पड़‌ रहा है क्योंकि जिस प्रकार से बसों में यात्रियों को भरा जा रहा है। उससे हादसे की आशंका बनी हुई है। यह बस यात्रा कहीं न कहीं असुरक्षित ही नजर आ रही है। दूसरी ओर रेल मार्ग भी इससे प्रभावित है। कई ट्रेन रद्द कर दी गई हैं। आमजन की मांग है कि जल्द इंटरनेट की सुविधा प्रारंभ कराई जाए। जिससे लोग अपना काम समय पर और आसानी से कर सकें। दूसरी तरफ देखा जाए तो रास्तों को भी बदल दिया गया है। जिससे काम काज पर जाने वाले लोगों को लंबा सफर तय करके जाना पड़ रहा है। जिससे वह देरी से अपने काम पर पहुंच रहे हैं।

सरकार से लोग अपील कर रहे हैं कि जल्द से जल्द किसानों की मांगों को सुन‌ लिया जाए और इंटरनेट सुविधा प्रदान की जाए।केंद्रीय मंत्रियों का कहना है किसान नेताओं से उनकी रविवार देर शाम चंडीगढ़ में चौथे दौर की चर्चा एक सकारात्मक माहौल में हुई। यह बातचीत ऐसे समय में हुई जब हजारों प्रदर्शनकारी किसान पंजाब और हरियाणा सीमा पर डेरा डाले हैं। केंद्र सरकार की ओर से तीन मंत्री कृषि और किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय किसानों संग बैठक में शामिल हुए। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मीडिया के सामने पहुंचे। जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी किसान नेताओं के साथ सकारात्मक माहौल में चर्चा हुई है।

किसान संगठनों के प्रतिनिधि बोले- आपस में चर्चा के बाद होगा फैसला

वहीं दूसरी ओर किसान नेताओं क कहना है वे अगले दो दिनों में अपने संगठनों और किसानों से सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। इसके बाद भविष्य की योजना तय होगी। केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर की ओर से कहा गया है कि अगले दो दिन में अपने मंचों पर संगठन से चर्चा करेंगे और इस बारे में विशेषज्ञों की राय लेंगे। उसके अनुसार निर्णय लेंगे। पंधेर ने यह भी कहा कि किसानों की कर्ज माफी और दूसरी कई मांगों पर चर्चा अभी भी लंबित है। ऐसे में उम्मीद है कि अगले दो दिन में उनकी मांगों का भी समाधान होगा। किसन नेता पंधेर ने यह भी कहा कि दिल्ली चलो मार्च फिलहाल रुका हुआ है। लेकिन 21 फरवरी को सुबह 11 बजे से यह एक बार फिर शुरू होगा। किसान संगठनों का कहना है कि सभी भी कई मुद्दे ऐसे हैं जो सुलझे नही हैं। बता दें केंद्रीय मंत्रियों और किसान संगठनों के नेताओं की इससे पहले 8 फरवरी को पहली बैठक हुई थी। इसके बाद 12 और 15 फरवरी को भी मुलाकात हुई थी। लेकिन केन्द्रीय मंत्रियों और किसानों के बीच बातचीत बेनतीजा रही। उधर पंजाब के प्रदर्शनकारी किसान पिछली 13 फरवरी से हरियाणा पंजाब सीमा पर शंभू और खनौरी बिंदुओं पर डेरा जमाए बैठे हैं।

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