किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले नेताओं का दावा है कि दिल्ली में 13 फरवरी से किसानों का आंदोलन चल रहा है। अब वे हरियाणा के जींद में 15 सितंबर को और पिपली में 22 सितंबर को महापंचायत करने जा रहे हैं।
- दिल्ली में 13 फरवरी से जारी किसानों का आंदोलन
- किसानों के विरोध के 200 दिन पूरे
- अब दिल्ली की ओर बढ़ेंगे किसान
- खनौरी और अन्य बॉर्डर पर जुटे लाखों किसान
- जींद और पिपली में होगी महापंचायत
- 15 सितंबर को जींद में होगी किसानों की महापंचायत
- 22 सितंबर को पिपली में महापंचायत होगी
- किसान नेता सरवन सिंह पंधेरा बोले
- ‘हम केन्द्रीय एजेंसियों से डरने वाले नहीं’
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। उनका कहना है कि चूंकि हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में कहीं नुकसान न हो जाए इसलिए बीजेपी दरअसल किसानों के विरोध से डरी हुई है। विशेष तौर पर अंबाला के पास शंभू सीमा पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां वे 13 फरवरी से वहां डेरा डाले हुए हैं।
सरवन सिंह पंधेर ने कहा दिल्ली आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन को कुचलने की कोशिश की गई। पुलिस और सेना के जवान तैनात किए गए। जिसमें 433 किसान घायल हुए। किसान शुभकरण सिंह की जान चली गई। लगभग 70 हजार अर्धसैनिक बल हरियाणा में तैनात किए गए। यह आंदोलन अब बीजेपी सरकार के लिए सिरदर्द बन गया है।
अब राज्य में भी विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। मोदी सरकार की ओर से इस बार भी भारतीय किसान यूनियन के नेता सुखविंदर कौर के घर पर छापा मारा। किसानों के विरोध को 200 दिन पूरे हो रहे हैं। लाखों लोग विरोध के लिए इकट्ठा हो रहे हैं। ऐसे में छापे मारे जा रहे हैं। लेकिन किसान केन्द्रीय एजेंसियों से डरने वाले नहीं हैं। जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम अपना विरोध जारी रखेंगे।
महिला पहलवान विनेश फोगाट ने दिया समर्थन
बता दें पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालिफाई हुईं महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर के साथ खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच पहुंचीं। यहां किसान नेताओं ने मंच पर विनेश को सम्मानित किया। किसानों की तरफ से आंदोलन को 200 दिन पूरे होने पर यहां कार्यक्रम रखा गया था।
महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा किसानों को यहां बैठे आंदोलन पर 200 दिन हो गए, लेकिन जोश आज भी पहले दिन जैसा ही है। अब आपकी बेटी भी आपके साथ है। फोगाट न कहा वे सरकार को बताना चाहती हैं कि देश के लोग अपने हक की आवाज उठाते हैं तो हर बार इस पर राजनीति नहीं होती। इसे किसी धर्म से भी नहीं जोड़ना चाहिए।
महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा वे सरकार से किसानों की बात सुननेका आग्रह करती हैं। सरकार की ओर से पिछली बार अपनी गलती को स्वीकार किया गया था। अब सरकार को अपने वादे पूरे करने चाहिए। इसे मुद्दे को हल करना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।