मप्र की राजनीति में दखल रखने वाले पूर्व मंत्री दीपक जोशी कांग्रेस के झंडे तले आ खड़े हुए हैं। दीपक जोशी के पिता स्वर्गीय कैलाश जोशी जनता पार्टी की सरकार में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। स्वर्गीय कैलाश जोशी जनसंघ के संस्थापक सदस्य और भाजपा के पित्र पुरुष माने जाते हैं। कहा जाता है कि एक समय कैलाश जोशी का भी अपमान करते हुए उन्हें को बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद से हटाकर मंत्री बना दिया था।
- दीपक जोशी तीन बार विधायक रहे हैं।
- शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रहे
- कमलनाथ ने दी थी स्वर्गीय कैलाश जोशी के स्मारक के प्रस्ताव को मंजूरी
- शिवराज सरकार के आते ही प्रस्ताप पर लग गई रोक
कैलाश जोशी सात बार विधायक रहे थे। इस तरह से देखा जाए तो जोशी परिवार से पिता और पुत्र की जोड़ी 10 बार के विधायक रह चुके हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान ने अपनी पार्टी के नेता दीपक जोशी की विधानसभा सीट छीन कर कांग्रेस से गए सौदेबाज नेता को दे दी। वहीं तत्कालीन कमलनाथ सरकार में जब दीपक जोशी ने स्वर्गीय कैलाश जोशी का स्मारक बनाने का प्रस्ताव दिया तो कमलनाथ ने दो घंटे के अंदर उसके लिए सभी मंजूरी दे दी थी। जबकि शिवराज सिंह चौहान सरकार ने कैलाश जोशी के स्मारक की सारी मंजूरी खत्म कर दी। इतना ही नहीं यह प्रक्रिया पर भी रोक दी। इसे दीपक जोशी ने अपने और पिता का अपमान माना। अपमान सहने के बाद वे जय श्री राम और जय परशुराम का नारा लगाते हुए कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।
मालवा क्षेत्र में कमजोर होगी बीजेपी
बता दें दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने से मालवा क्षेत्र में भाजपा को बड़ा झटका लगेगा। बीजेपी छोड़ने का उनका फैसला मालवा के ब्राह्मण वोटरों में विशेष असर डालेगा। दरअसल मालवा में बड़ी संख्या में लोग कैलाश जोशी को संत राजनेता के तौर पर पूजते हैं। उनके परिवार के अपमान से पुराने भाजपाई आहत। दीपक जोशी के कांग्रेस में आने के निर्णय के साथ ही पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा और पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत भी बीजेपी नेतृत्व पर गंभीर सवाल उठा चुके हैं।
भाजपा की हालत पांच पतियों वाली द्रौपदी जैसी!
पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा ने तो बीजेपी की हालत पांच पतियों की द्रौपदी जैसी बता दी है। विधानसभा चुनाव 2018 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय मसानी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे और उसके बाद से माहौल में बदलाव आया था। बता दें मसानी इस समय कांग्रेस पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। दीपक जोशी के कांग्रेस में शामिल होने से एक बार फिर उसी तरह की लहर शुरू होगी।