बेटी ने मुस्लिम युवक से की शादी , गुस्साएं माता पिता ने जीते जी किया पिंडदान, सोशल मीडिया पर शोक संदेश वायरल

देश में इन दिनों लव जिहाद का मुद्दा सबसे ज्यादा चर्चा में है. आएं दिन लव जिहाद के मामले देखने को मिल रहे है. ये मामले दोनों संप्रदायों के बीच तो दीवार खड़ी ही कर रहे थे , लेकिन अब ये मुद्दा धीरे धीरे बच्चों और माता पिता के बीच भी दीवार खड़ी करता नजर आ रहा है. मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक अजीबोगरीब वाक्या सामने आया है जहां मां बांप को बेटी का दूसरे धर्म के लड़के से शादी करना इतना नागवारा गुजरा कि उन्होंने लड़की के जीते जी उसका पिंडदान कर दिया. इतना कम न तो परिवार ने बेटी का मृत्युभोज भी दिया और साथ ही बेटी का शोक संदेश भी प्रिंट करवाया , जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

 

क्या है मामला ?
जबलपुर के अमखेरा इलाके में रहने वाली युवती अनामिका दुबे ने कुछ माह पहले परिवार के मर्जी के खिलाफ जाते हए मोहम्मद अयाज नाम के युवक से निकाह कर लिया था. निकाह के बाद अनामिका ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया और उजमा फातिमा बन गई . बेटी के इस फैसले से नाराज होकर परिवार वालों ने बेटी का त्याग कर दिया और उसके निधन का शोक संदेश छपवा दिया. परिजनों ने इस शोक संदेश को अपने परिजनों में बांट दिया और उन्होंने नर्मदा घाट पर बेटी के पिंडदान संस्कार के लिए न्यौता भी दिया. बेटी का शोक संदेश भी बड़ा अनोखा था, इसमें बेटी को परिवार ने कुपुत्री बताया और नरकगामी आत्मा को शांति प्रदान करने लोगों से पधारने की अपील की.

 

युवक युवती ने कर ली है कोर्ट मैरिज
बताते चले कि कुछ दिन पहले इसी मामले को लेकर कई हिंदु संगठन जबलपुर के एसपी ऑफिस के सामने प्रदर्शन कर चुके है. उनका आरोप था कि युवक मोहम्मद अयाज ने लड़की को ब्रेनवॉश कर कोर्ट मैरिज कर ली. लड़के ने लड़की का धर्म परिवर्तन करवाकर उसका नाम उजमा फातिमा रख दिया है. हिंदु संगठनों का कहना था कि लड़का लड़की 7 जून को मुस्लिम रीति-रिवाज से निकाह कर रहे है, जिसके आमंत्रण पत्र में लड़की का नाम उजमा फातिमा लिखा गया है. इस शादी को तुरंत रोका जाना चाहिए.

 

लड़के को पुलिस की क्लीन चिट
कथित लव जिहाद के मामले में पुलिस ने युवक को क्लीन चिट दें दी थी. जबलपुर डीएसपी का कहना था कि मुस्लिम युवक ने कानूनी तौर पर लड़की की सहमति से उसके साथ रजिस्टर्ड मैरिज करी है. लड़के ने हिंदु युवती पर किसी तरह का दबाव नहीं डाला है. युवक युवती कई सालों से एक दूसरे को प्रेम करते है. दोनों के विवाह की जानकारी परिजनों को भी थी. इसलिए इस मामले में किसी तरह का लव जिहाद का केस नहीं बनता है.

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