इजरायल और हमास युद्ध: इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दा, भारत का टू नेशन थ्योरी पर जोर

Israel Hamas War Two Nation Theory

इजरायल और हमास के बीच युद्ध पिछले 20 दिन से जारी है। अभी दोनों पक्षों की ओर से सीजफायर की कोई गुंजाइश नहीं नजर नहीं आ रही है। इस संघर्ष के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने इजरायल-हमास युद्ध में नागरिक जीवन के नुकसान को लेकर चिंता जताई है।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यूएनएससी में भारत के डिप्टी परमानेंट एंबेसडर आर रवींद्र ने कहा है कि भारत इजरायल-हमास के युद्ध को लेकर चिंतित है। खासकर बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और बड़े पैमाने पर नागरिक जीवन के नुकसान को लेकर वह काफी चिंतित है। फिलिस्तीनी प्रश्न समेत मिडिल-ईस्ट की स्थिति पर बहस के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए आर रवींद्र ने कहा इजराइल-फिलिस्तीन में चल रहे युद्ध में भारत इस मुद्दे के समाधान के लिए लगातार बातचीत का समर्थन करता रहा है। आर र​वीन्द्र ने कहा इजरायल में 7 अक्टूबर को हुए आतंकवादी हमले बहुत चौंकाने वाले थे। भारत स्पष्ट रूप से इन हमलों की निंदा करता है। भारत के प्रधानमंत्री पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे। जिन्होंने जानमाल के नुकसान पर अपनी संवेदनाएं जताई थी साथ ही उन्होंने निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना की थी।

इजराइल के साथ खड़ा भारत

उन्होंने कहा जब इजराइल आतंकवादी हमले का सामना कर रहा था तब संकट की घड़ी में हम इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े थे। संघर्ष के दौरान पीड़ितों के परिवारों के प्रति भारत की संवेदना थी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना भी भारत ने की। इस संघर्ष में नागरिक हताहतों का मामला गंभीर तो है ही साथ ही निरंतर चिंता का भी विषय बना है। भारत की ओर से आर रवीन्द्र ने कहा कि सभी पक्षों को नागरिकों, विशेष रूप से वहां महिलाओं और बच्चों की जान की रक्षा करनी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए आर रवींद्र ने इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा पट्टी में नागरिकों को मानवीय सहायता भेजने के भारत के प्रयासों की भी जानकारी दी और कहा भारत ने क्षेत्र में 38 टन भोजन के साथ महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण भेजने का काम किया है।

फिलिस्तीन के लिए भी मदद भेज रहा भारत

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारतीय प्रतिनिधि रवीन्द्र ने कहा युद्ध के दौरान भारत की ओर से फिलिस्तीन के लोगों को दवाइयों और उपकरणों समेत 38 टन मानवीय सामान भेजा गया है। भारत ने सदैव इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर टू नेशन थ्योरी पर जोर दिया। जिससे एक संप्रभु, एक स्वतंत्र और एक व्यवहार्य राज्य की स्थापना हुई है। आर.रवींद्र ने कहा भारत अपनी द्विपक्षीय विकास साझेदारी के माध्यम से फिलिस्तीन के लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा। जिसमें स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ महिला सशक्तिकरण, एंटरप्रोन्योरशिप और सूचना प्रौद्योगिकी समेत कई क्षेत्रों को शामिल किया है। इस चुनौतीपूर्ण हालात में भारत मानवीय सहायता भेजने का काम जारी रखेगा। र​वीन्द्र ने कहा फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।

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