ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शुरु हुआ सैन्य टकराव अब थम गया है। उस पर विराम लग गया है। शनिवार शाम पांच के बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम हो गया, हालांकि पाकिस्तान की ओर से रात भर उकसावे की कार्रवाई जारी रही। शनिवार और रविवार रात भारत के सीमावर्ती क्षेत्र में पाक सेना ने ड्रोन से हमले की कोशिश की जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। अब सुबह हालात सामान्य हैं कोई फायरिंग या फिर ड्रोन हमला नहीं हुआ है। सीज फायर के बाद बॉडर पर स्थित सामान्य हो गई है। इसके बाद भी भारतीय सेना सजग है।
पाकिस्तान के इंफ्रास्क्ट्रक्यर को कितने करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचा है, उसके एयरस्पेस और एयरपोर्ट को बंद करने के बाद पाकिस्तान की इकोनॉमी को कितना नुकसान हुआ है, यह आंकड़ा भी धीरे धीरे सामने आएगा। लेकिन एक अनुमान है कि इन सब में पाक को कई अरब डॉलर का नुकसान हो चुका होगा। हालांकि अभी इसकी पुष्टि होना बाकी है। लेकिन पाक शेयर बाजार को हुए नुकसान के आंकड़ों से अनुमान लगाएं तो उसे कोई छोटा मोटा नुकसान नहीं तगड़ा नुकसान हुआ है। हम बताते हैं कि आखिर ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक की अर्थ व्यवस्था और शेयर बाजार की रीढ़ कैसे टूटी है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान के नुकसान की बात की जाए तो यह नुकसान कोई छोटा मोटा नहीं है। कंगाल पाकिस्तान को केवल शेयर बाजार में ही 80 हजार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है। अब तक हुए दूसरे किसी नुकसान की जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है। जैसे भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कितने विमान और ड्रोन ध्वस्त किये, यह पूरी जानकारी आना शेष है।
- 3 दिन में हो गया 80 हजार करोड़ का नुकसान
- ऑपरेशन सिंदूर ने दिया पाक को आर्थिक जख्म
- आईएमएफ के पैकेज से ज्यादा का हुआ नुकसान
- सबसे बड़ा झटका पाकिस्तान के शेयर बाजार को लगा
- तीन दिनों में ऑपरेशन सिंदूर के चलते 80 हजार करोड़ का नुकसान
- पाकिस्तान शेयर बाजार को 80 हजार करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचा
- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तबाह हुआ पाकिस्तान
- 3 दिन में हो गया 80 हजार करोड़ का नुकसान
IMF से मिला 2.1 बिलियन डॉकर का पैकेज, इससे ज्यादा का हो गया नुकसान
खास बात तो ये है भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के चलते पाकिस्तान के शेयर बाजार को जितना नुकसान पहुंचाया है। उतनी तो पाकिस्तान को आईएमएफ से मिलने वाली रकम भी अप्रूव नहीं हुई है। यानी आईएमएफ की ओर से पाकिस्तान को बेलआउट पैकेज के तौर पर 2.1 बिलियन डॉलर दिये जाने का ऐलान किया है। जिसमें 1 बिलियन डॉलर रकम तत्काल मिलेगी, लेकिन पाकिस्तान के शेयर बाजार की वैल्यूएशन को करीब 2.85 बिलियन डॉलर का नुकसान इन तीन दिनों में उठाना पड़ा है। यह राशि आईएमएफ पैकेज से कई मिनियन डॉलर अधिक ऐसे में यह अंदाजा लगाया जा सकता है जिस आईएमएफ पैकेज के लिए पाकिस्तान ने अमेरिका और आईएमएफ के सामने नाक रगड़ी थी, उससे अधिक का नुकसान तो उसे कराची स्टॉक एक्सचेंज का ऑपरेशन सिंदूर के चलते हो गया है।
किस तरह धड़ाम हुा पाकिस्तान शेयर मार्केट
पाकिस्तानी शेयर बाजार की बात करें तो जब से भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉच किया था इसके बाद से ही मात्र तीन दिन तक कराची स्टॉक एक्सचेंज ओपन हुआ और इन 3 दिन में से 2 दिन में ही केएसई को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। 9 मई आखिरी कारोबारी दिन जब आईएमएफ बेलआउट पैकेज मिलने की संभावना दिखी तो शेयर बाजार में थोड़ी जान आई। इसके बाद भी अगर बात करें ओवरऑल मार्केट इन तीन दिनों में करीब 6,400 प्वाइंट गिरा है। आंकड़ों पर गौर करें तो 6 मई को पाकिस्तान का स्टॉक एक्सचेंज 113,568.51 अंकों के साथ बंद हुआ था और उसी रात भारतीय सेना की ओर से ऑपरेशन सिंदूर लॉच कर दिया गया। अगले दिन 7 मई की की बात करें तो कराची स्टॉक एक्सचेंज 3,559.48 अंकों की गिरावट के साथ 110,009.03 अंकों पर क्लोज हुआ।
जबकि 8 मई को दोनों देशों के बीच संघर्ष बढ़ गया और कराची स्टॉक एक्सचेंज पर भी दबाव बढ़ गया था। जिसके चलते 8 मई को 6,482.21 अंकों की गिरावट देखी गई।। 8 मई को गिरावट इतनी तेज थी कि बाजार में ट्रेडिंग को आखिरकार कुछ समय के लिए रोकना पड़ गया था। ऐसे में दो दिन के भीतर कराची स्टॉक एक्सचेंज को 10,041.69 अंकों का नुकसान उठाना पड़ा। जबकि 9 मई को पाकिस्तान के शेयर बाजार की चाल मेें सुधार हुआ । ऐसे में मात्र तीन दिन में आपरेशन सिंदूर के चलते पाकिस्तान के बाजार को ओवरऑल 6,393.87 अंकों का नुकसान उठाना पड़ा है।…प्रकाश कुमार पांडेय