यहां भाजपा नेता एक दूसरे के खिलाफ करा रहे एफआईआर,कारण जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे

सोशल मीडिया बन रही नाराजगी का कारण

बिहार अपने आप में एक ऐसा राज्य है जो हमेशा चुनावी मूड में रहता है। यहां होने वाली राजनैतिक गतिविधियां कहीं न कहीं चुनावी तैयारियों के तहत ही आयोजित होती हैं। अभी बिहार विधानसभा के चुनाव में काफी समय है लेकिन लोकसभा चुनाव अगले साल होना है। लेकिन बिहार पूरी तरह से चुनावी तैयारियों में लगा हुआ है। यहां के राजनैतिक दल चुनावी मैदान में उतरने से पहले खुद को सुरक्षित करने में लगे हुए हैं। शायद यही कारण है कि भाजपा में आंतरिक कलह की आवाजें भी सुनाई देने लगीं है। भाजपा नेता अपनी ही पार्टी के नेता के खिलाफ एफआईआर कराने से नहीं चूक रहे हैं। आइए जानते हैं कि भाजपा में एक दूसरे के खिलाफ एफआईआर क्यों करा रहे हैं।

सोशल मीडिया बन रही नाराजगी का कारण

बिहार में सोशल मीडिया,नेताओं की नाराजगी का एक कारण मानी जा रही है। वजह ये है कि भाजपा नेता अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर दिखा रहे हैं। नाराजगी व्यक्त करने का सोशल मीडिया माध्यम बन रहा है। हाल ही में एक भाजपा विधायक के पुत्र पर प्रकरण दर्ज कराने का मामला गर्माया हुआ है। बिहार के दरभंगा जिला केवटी विधानसभा के भाजपा विधायक मुरारी मोहन झा बहादुरपुर थाने में आवेदन लेकर पहुंचे। उन्होंने धीरेन्द्र कुमार धीरज पर आरोप लगाया कि उसने सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ अपमानजनक और आपत्तिजनक पोस्ट करके गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने इस पोस्ट में शराब तस्कर का भी साथ देने का आरोप लगाया है।

अपमानजनक पोस्ट पर आपत्ति

विधायक झा ने थाने में दिए आवेदन में कहा है कि 28 मई को मेरे खिलाफ एक अपमानजनक पोस्ट डाली गई है। जिसमें कहा गया है कि इस महापुरुष को आप पहचानते होंगे। ये केवटी के पंचायत समिति के सदस्य के पति मोहम्मद इकबाल अंसारी है जो केवटी विधायक के आशीर्वाद से इलाके में शराब का अवैध धंधा करते हैं। लेकिन केवटी पुलिस न हिम्मत दिखाकर गिरफ्तार कर लिया। विधायक जी अपने होटल चालते है और अपने लोगों से अवैध शराब की बिक्री करवाते हैं। केवटी को कलंकित करने वाले को जनता माफ नहीं करेगी। उसके बाद 23 मई को भी धीरेन्द्र कुमार धीरज ने मेरे खिलाफ अनर्गल पोस्ट किया है।

विधायक झा ने दी सफाई

विधायक मुरारी मोहन झा ने कहा कि इस पोस्ट की वजह से मेरे आत्मसम्मान को क्षति पहुंची है। आरोप मनगढ़ंत, झूठे, बेबुनियाद और सत्य से परे हैं। सच्चाई यह है कि मेरा उक्त मो. इकबाल अंसारी से कोई सरोकार न था और न है। जबकि उक्त धीरेंद्र कुमार धीरज खुद कई गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी है।इस मामले को लेकर डीएसपी अमीत कुमार ने बताया कि विधायक मुरारी मोहन झा के दिए आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। आगे कार्रवाई भी की जा रही है।

कौन हैं धीरेन्द्र कुमार

जिन पर अर्नगल पोस्ट डालने का आरोप है वो धीरेन्द्र कुमार धीरज। धीरज भाजपा विधायक मिश्रीलाल का बेटा है। मिश्रीलाल वीआईपी के टिकट पर अलीनगर विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं। बाद में भाजपा में शामिल हो गए। जबकि धीरेन्द्र की पत्नी स्थानीय मुखिया है।खुद धीरज का अपने क्षेत्र में काफी दबदबा है और विवाद में रहता है। धीरेंद्र कुमार धीरज ने कहा कि मैं मिश्रीलाल यादव का बेटा हूं, किसी से डरने वाला नहीं हूं। आप जहां से राजनीति कर रहे हैं, मैं दो-दो बार का वहां से मुखिया हूं। आपकी कृपा से मैं राजनीति नहीं कर रहा हूं। जबकि अलीनगर से भाजपा विधायक मिश्री लाल यादव का कहना है कि इस संंबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है।

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