Rajasthan Congress:कौन हैं हरीश चौधरी और RPL को लेकर क्यों खोला उन्होंने CMअशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा

Harish Chowdhary of Rajasthan Congress took aim and opened a front against CM Ashok Gehlot

Rajasthan Congress:राजस्थान में अगले साल 2023 में विधानसभा चुनाव होना हैं। ऐसे में पिछले दिनों भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच मतभेद खत्म कराते हुए सुलह कराई थी लेकिन राजस्थान से राहुल गांधी के विदा होते ही मरुभूमि राजस्थान में एक फिर से सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। इस बार पंजाब कांग्रेस प्रभारी और बाड़मेर के बायतु से विधायक हरीश चौधरी ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। क्या है पूरा मामला आईये आगे हम बताते हैं।

राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के अंतिम दिनों में राहुल गांधी ने सीएम अशोक गहलोत और ​पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच सुलह कराई थी। दोनों के साथ करीब घंटे भर तक बंद कमरे में बैठक की। इसके बाद कहा था राजस्थान में सबकुछ ठीक है, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान छोड़ने के बाद वहां ​कांग्रेस में अब भी सबकुछ ठीक नहीं है। सियासी अदावत का दौर और बयानबाजी जारी है। हम बात कर रहे हैं
बाड़मेर के बायतु से विधायक और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी की। बता दें राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को राजस्थान में काफी समर्थन मिला था। इसे लेकर राहुल गांधी ने राजस्थान कांग्रेस नेताओं की तारीफ भी की थी। इस दौरान पार्टी के भीतर मौजूद गुटों में भी चुप्पी छाई रही। हालांकि यह तय था कि गुटबाजी वाले कांग्रेस ने नेता राहुल गांधी के हरियाणा में प्रवेश करते ही बयानबाजी शुरू कर देंगे, और हुआ भी यही। कांग्रेस में गुटबाजी और बयानबाजी की शुरुआत हो चुकी है। पंजाब कांग्रेस प्रभारी और बायतु बाड़मेर विधायक हरीश चौधरी ने सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में एक तीसरी पार्टी भी है जो मुख्यमंत्री की प्रायोजित है।

निशाने पर बेनीवाल को लिया

कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी का इशारा बिना नाम लिए हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी की ओर था। दरअसल पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी चौहटन इलाके के कापराऊ गांव में पूर्व सरपंच स्वर्गीय हरजीराम सेंवर की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा विधायक पदमाराम ने इस कार्यक्रम में आने का कहा था। तब मैंने कहा कि आऊंगा लेकिन कुछ सच्ची बात कहूंगा और सच्ची बात हमेशा कड़वी होती है। इतना ही नहीं हरीश चौधरी ने आगे कहा राजनीति के अंतिम पड़ाव समय-समय पर स्वर्गीय रामदान जी, स्वर्गीय गंगाराम और पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने भी देख लिया है। हेमाराम चौधरी अंतिम पड़ाव के दौर में चल रहे हैं। हरीश चौधरी भी इतना समझदार और शक्तिशाली नहीं है कि उस अंतिम पड़ाव से बच सकें।

RLP है गहलोत की प्रायोजित पार्टी

हरीश चौधरी ने आरएलपी को लेकर कहा बड़ी ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ वे ये बात कह रहे हैं कि तीसरी पार्टी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रायोजित पार्टी है। इसे लेकर लेखा जोखा विरात्रा माता के मंदिर में जाकर कर ले या फिर खेमा बाबा के मंदिर में जाकर कर ले। कोई ईमानदारी से लेखा जोखा करना चाहे तो भी कर लें। तीसरी जगह गड्ढे में डालकर क्या करना है। अशोक जी हमारे पार्टी के मुख्यमंत्री है तो सीधी हमारी और कांग्रेस पार्टी की मदद करो। बता दें कि हनुमान बेनीवाल और हरीश चौधरी एक दूसरे के धूर विरोधी हैं। बेनीवाल और उनके भाई पर हरीश चौधरी पर हमला करने का केस भी चल रहा है। दरअसल विधायक हरीश चौधरी और सांसद हनुमान बेनीवाल राजनीति में विरोधी माने जाते हैं। सांसद बेनीवाल जब भी बाड़मेर आते हैं तो वे हरीश चौधरी पर जुबानी हमला किये बगैर नहीं रहते। वहीं सासंद बेनीवाल बायतु में हुए हमले का जिम्मेदार हरीश चौधरी को मान रहे हैं। दरअसल सांसद की दखल के बाद हरीश चौधरी और उनके भाई सहित 15 लोगों के खिलाफ सांसद पर हमले की एफआईआर भी दर्ज हुई थी।

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