अडानी समूह को आज गुरुवार 21 को बड़ा झटका लगा है। उसके शेयरों में भारी गिरावट आई है। बता दें अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एंटरप्राइजेज के साथ अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में भी आज शुरुआती कारोबार के दौरान करीब 10-20 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई है। जिसका असर भारतीय शेयर मार्केट पर भी देखा जा रहा है। इस गिरावट की वजह से निफ्टी जहां 187 अंक गिरकर 23,330 जा पहुंचा तो वहीं सेसेक्स में भी 549 गिरावट के साथ 77,028 पर कारोबार कर रहा है। अडानी समूह के शेयर में आई इस गिरावट की वजह अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर के गौतम अडानी पर रिश्वतखोरी के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाये जाने के बाद देखी गई है।
- अमेरिकी निवेशकों को गुमराह करने का आरोप
- अडानी के शेयर में गिरावट
- निफ्टी और सेंसेक्स में भी भारी गिरावट
- अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर ने लगाए गंभीर आरोप
- गौतम अडानी पर रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप
- अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी
- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयरों में गिरावट
- शुरुआती कारोबार के दौरान 10-20 प्रतिशत तक की गिरावट
अडानी समूह के शेयरों में लोअर सर्किट
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर करीब 10 प्रतिशत गिरकर 2,539.35 रुपए पर लोअर सर्किट पर बंद हुए। बता दें हिंडनबर्ग रिसर्च खुलासे के बाद अडानी के शेयर सुधार हुआ था, लेकिन यह फिलहाल पुराने प्राइस रेंज पर लौटने में असफल रहे। अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर भी 17 प्रतिशत की गिरावअ के साथ 1,172.5 रुपए पर आ गया, वहीं अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर भी करीब 20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 697.25 रुपए पर क्लोज हुए हैं।
शेयर में आई गिरावट
बता दें अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर की ओर से न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में दायर एक मामले में समूह पर गंभीर आरोप लगाया है। आरोप है कि अडानी समूह की ओर से भारत में सौर ऊर्जा टेंडर हासिल करने के लिए करीब $250 मिलियन यानी 2,100 करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई है। इसके साथ ही गौतम अडानी और सागर आर अडानी ही नहीं विनीत एस जैन पर भी अमेरिकी निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। न्याय में बाधा डालने का भी आरोप अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर की ओर से लगाए गए हैं। अभियोग में अडानी समूह के खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिटाने के साथ एफबीआई सहित अमेरिकी एजेंसियों को गुमराह करने के प्रयासों का भी उल्लेख किया गया है।
अडानी बॉन्ड में भी गिरावट
अडानी समूह के डॉलर-मूल्यवान बॉन्ड में भी बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। मार्च में अडानी ग्रीन एनर्जी के नोट्स करीब 15 सेंट तक गिर गए। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। जबकि अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई के फरवरी 2030 के बॉन्ड करीब 8.6 सेंट गिर गए। अडानी समूह के शेयर में यह गिरावट पिछलीे 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद सामने आई वित्तीय क्षति के बाद अब सबसे बड़ी क्षति है।
अडानी समूह के सामने नई परेशानी
अडानी समूह को लेकर ताजा विवाद ऐसे समय में सामने आया है जबकि अडानी समूह कर्ज को कम करने के साथ वित्तीय स्थिति को स्थिर करने पर पूरा फोकस कर रहा है। पिछले साल मार्च 2023 में समूह ने शेयर-बैक्ड फाइनेंसिंग में करीब 7,374 करोड़ रुपए का अग्रिम भुगतान किया है। इसके अतिरिक्त समूह ने नई परियोजनाओं को भी फंड करने के साथ कर्ज को और कम करने के लिए पिछले महीनों में करीब $1.5 बिलियन राशि जुटाने की योजना बनाई है।
(प्रकाश कुमार पांडेय)