इस बीमारी से जूझ रहे थे डॉ.मनमोहन सिंह….जानें आखिर क्या होती हैं जेरियाट्रिक डिजीज…क्या हैं इस बीमारी के लक्षण

Former Prime Minister of India and famous economist Dr. Manmohan Singh

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ.मनमोहन सिंह ने गुरुवार 26 दिसंबर की रात दुनिया को अलविदा कह दिया। 92 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। बताया जाता है कि डॉ.सिंह उम्र बढ़ने पर होने वाली बीमारियों से जूझ रहे थे। एम्स की ओर से दी गई जानकारी में बताया कि वे उम्र संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे। इन बीमारियों को चिकित्सा क्षेत्र की भाषा में जेरियाट्रिक डिजीज कहा जाता है। यह उम्र संबंधी बीमारियां आखिर क्या होती हैं और कब होती हैं, यह जानना जरुरी है।

उम्र से जुड़ी बीमारियां वे स्वास्थ्य समस्याएं हैं जो जैसे उम्र बढ़ती है उसके साथ सामने आने लगती हैं। जिसकी मुख्य कारण वृद्धावस्था होती है। यह बीमारियां वैसे 60 साल की उम्र के बाद सामने आना शुरु होती हैं। व्यक्ति की जैसे-जैसे उम्र और बढ़ती जाती है, उसके शरीर में कई परिवर्तन होते हैं। जिससे स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

जेरियाट्रिक बीमारी के लक्षण

डॉ.विमलेश जैन का कहना है उम्र बढ़ने के साथ मानव शरीर में कुछ बीमारियों होने लगती हैं। इन बीमारियों को ही जेरियाट्रिक बीमारी कहा जाता है। इन बीमारियों में सबसे सामान्य है हार्ट की बीमारी। इसमें उच्च रक्तचाप, एथेरोस्क्लेरोसिस, हार्ट की आर्टरी का ब्लॉक होना शामिल है। उम्र बढ़ने के साथ मानव शरीर में रक्त वाहिकाएं कम लचीली होने लगती हैं। साथ ही उनमें प्लाक भी बनने लगता है। जिससे दिल की बीमारियों के साथ ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। आर्टरी ब्लॉकेज होने के चलते हार्ट की सर्जरी होती है।बढ़ती उम्र में हार्ट अटैक के साथ ब्रेन स्ट्रोक का रिस्क सबसे अधिक होता है।

हड्डियों से जुड़ी बीमारियां

60 साल की उम्र के बाद मानव शरीर में ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा अधिक बढ़ जाता है। दरअसल उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की घनत्व में कमी आती है। जिससे वे कमजोर हो जाती हैं। इसकी वजह से व्यक्ति को चलने फिरने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

आंखों में मोतियाबिंद के साथ कई बीमारियां

व्यक्ति बढ़ती उम्र के साथ आंखों में मोतियाबिंद और मैक्युलर डिजनरेशन के साथ लूकोमा की बीमारी हो जाती है। इन बीमारियों के होने से व्यक्ति की नजर कमजोर होने लगती हैं। इसके अतिरिक्त प्रेस्बायोपिया यानी सुनने में कमी भी होने लगती हैं। बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति में इम्यून सिस्टम भी कमजोर होने लगता है। जिससे किसी भी प्रकार की दूसरी बीमारियां बहुत आसानी से उसे अपना शिकार बना लेती हैं।

इस तरह से कर सकते हैं बचाव

डॉक्टर विमलेश जैन बताते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ साथ व्यक्ति में ये बीमारियां भी होने लगती ही हैं। इनसे बस आप बचाव ही कर सकते हैं और बचाव के लिए ज़रूरी है कि बढ़ती उम्र में शरीर में आने वाले परिवर्तन और विभिन्न लक्षणों का ध्यान रखें। नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच कराई जाना जरुरी है। कोई भी बीमारी का लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लें।

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