यूपी के सभी मण्डलों में स्थापित होगी फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब…इतने युवाओं को मिलेगा रोजगार, जानें कौन से पदों पर होगी नियुक्ति

Food and drug testing labs will be set up in all the divisions of UP so many youth will get employment

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से खाद्य सुरक्षा और दवा गुणवत्ता को मजबूत बनाने के लिए राज्य के सभी 18 मण्डलों में फूड एंड ड्रग लैब स्थापित की जा रही हैं। इनमें से 12 मण्डलों के मुख्यालयों पर फूड एंड ड्रग की नई लैब बनाई जा रही हैं। इनमें से राजधानी लखनऊ के साथ ही अयोध्या, गोरखपुर, कानपुर, सहारनपुर और अलीगढ़ में नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य लगभग पूरा भी हो चुका है। माना जा रहा है कि जुलाई 2025 तक यहां टेस्टिंग का काम शुरू भी हो जाएगा। इसके साथ ही इन लैब में उच्च तकनीकि क्षमता से युक्त टेस्टिंग मशीन स्थापित की जा रहीं हैं। यह मशीन उत्तर प्रदेश की फूड और ड्रग सैंपल की टेस्टिंग की गुणवत्ता और क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि लाएंगी।

उत्तरप्रदेश की खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग की विशेष सचिव रेखा सिंह चौहान की ओर से जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में उत्तरप्रदेश के सभी 18 मण्डल मुख्यालयों पर अब फूड एंड ड्रग टेस्टिंग की उच्च तकनीकी क्षमता युक्त लैब को स्थापित किया जा रही हैं। इस अहम पहल के तहत एक ओर जहां उत्तर प्रदेश में पहले से स्थापित टेस्टिंग लैबों को हाई टेकनालॉजी युक्त किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर राज्य के 12 मण्डल मुख्यालयों पर नई लैब बनाई जा रही हैं।

इनमें से राजधानी लखनऊ के साथ कानपुर, गोरखपुर, सहारनपुर, अयोध्या और अलीगढ़ में नई बिल्डिंग का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। टेस्टिंग मशीन के इंस्टालेशन किये जाने के साथ ही संभवतः जुलाई माह से इन लैबों में सैपंल टेस्टिंग का काम भी शुरू होने वाला है। खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग की विशेष सचिव ने बताया कि इससे स्थानीय स्तर पर ही फूड एंड ड्रग सैंपलों की उच्च गुणवत्तायुक्त जांच अब संभव हो सकेगी।

उत्तरप्रदेश में राजधानी लखनऊ, गोरखपुर, आगरा, मेरठ, झांसी और वाराणसी में खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग की सैंपल टेस्टिंग लैब पहले से ही स्थापित हैं। जबकि प्रयागराज, अयोध्या, कानपुर, चित्रकूट, अलीगढ़, आजमगढ़, देवीपाटन, बस्ती, बरेली, मीरजापुर, मुरादाबाद और सहारनपुर मंडल मुख्यालय में नई लैब स्थापित की जा रही हैं।

यूपी की राजधानी लखनऊ में विभाग की नई बिल्डिंग का निर्माण भी किया गया है। जिससे अब लखनऊ में खाद्य पदार्थ और ड्रग एनालिसिस के अलग-अलग अंतराष्ट्रीय मानकों के आधर पर संभव होगा। नई टेस्टिंग लैब के लिए लैब टेक्नीशियन ही नहीं लैब असिटेंट के लगभग 1200 नये पदों का भी सृजन किया गया है। इन पदों पर भर्ती कर्मिक विभाग की ओर से जल्द ही सुनिश्चित की जाएगी। बता दें यूपी के सभी संभाग में अब फूड एंड ड्रग सैंपल टेस्टिंग लैब की स्थापना से उत्तरप्रदेश की दवा और खाद्य पदार्थों में होने वाली मिलावट की जांच क्षमता में कई गुना की बढ़ जाएगी। खाद्य पदार्थों की सैंपल जांच की क्षमता करीब 300 प्रतिशत बढ़कर साल 2016-17 में 36 हजार की तुलना में 1,08,000 प्रतिवर्ष होने की उम्मीद जाताई जा रही है। इसके साथ ही दवाओं की सैंपल टेस्टिंग क्षमता भी करीब 450 प्रतिशत बढ़ जाएगी।

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