बुध्द पूर्णिमा के अवसर पर आज साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है. ग्रहण रात के 8 बजकर 44 मिनट को प्रारंभ होगा और मध्य रात्रि करीब 1 बजकर 02 मिनट तक रहेगा. यह एक उपछाया चंद्रग्रगहण है जो भारत में नहीं दिखाई देगा. ज्योतिषों के अनुसार पूरे 140 सालों के बाद ऐसा अद्भुत संयोग पड़ रहा है जब बुध्द पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण एक साथ पड़ रहे है. हालांकि भारत में न दिखने के काऱण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. आपको बता दें कि ग्रहण की अवधि लगभग 4 घंटे 15 मिनट की होगी. चलिए आपको साल के पहले चंद्रग्रहण के असर और उपाय बताते है ताकि आप सतर्क हो जाएं.
क्या होता है उपछाया ग्रहण ?
इस तरह के ग्रहण का सीधा असर हमारी जिंदगियों पर नहीं होता है. साथ ही इसके दौैरान चंद्रमा के आकार में कोई बदलाव नहीं आता है. चंद्रमा पूरी तरह से साफ दिखाई देगा ,हालांकि चंद्रमा पर आपको हल्की हल्की धुंध नजर आ सकती है. उपछाया वाले ग्रहण को हर जगह देंखा नहीं जा सकता है , जिसके चलते यह हमें भारत में नहीं दिखाई देगा.
किन देशों में दिखेगा ग्रहण ?
साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. यह यूरोप, मध्य एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, और हिंद महासागार के हिस्सों में दिखाई देगा. भारत में न दिखने के कारण इसका सूतक नहीं लगेगा. . आपको बता दें कि इससे पहले साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगा था.
चंद्रग्रहण के दौरान करें ये उपाय
1. चंद्रग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है , इसलिए इस दौरान भगवान का ध्यान करें और बाहर निकलने से बचे.
2. जानकार कहते है कि ग्रहण चाहे आंशिक हो या पूरा, गर्भवती महिलाओं को इस दौरान बाहर नहीं निकलना चाहिए और चंद्रमा भी नहीं देंखना चाहिए. इससे उनके बच्चे पर गलत असर पड़ सकता है.
3. ग्रहण के दौैरान किसी तरह की नुकीली और धारधार चीज का इस्तेमाल न करें.
4. ग्रहण जब समाप्त हो जाएं तो स्नान करें और गंगाजल डालकर अपने आप को शुध्द करें.
5. ग्रहण के दौरान शादीशुदा जोड़े को विवाद से बचना चाहिए.